आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में भारी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। सबसे बुरा हाल राजधानी हैदराबाद का है। बारिश ने हैदराबाद के लोगों को मुंबई की बारिश की याद दिला दी है। शहर में बाढ़ जैसी स्थिति है। क्या इंसान, क्या जानवर सभी परेशान हैं। सड़कें तालाब लग रही हैं। सोमवार शाम को चार घंटे तक हुई झमाझम बारिश की वजह से सात लोगों की मौत हो गई। इस दौरान 13 सेंटीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई। मौसम विभाग ने मंगलवार को भी बारिश की आशंका जताई है।
मूसलाधार बारिश से शहर में अब भी भारी ट्रैफिक जाम है। 12 घंटे से अधिक समय तक लोग अपने कार्यालयों और रेलवे स्टेशनों पर फंसे रहे। बारिश के चलते रेल सेवाओं को निलंबित कर दिया गया और स्कूल-कॉलेजों को बंद कर दिया गया। बड़ी संख्या में लोगों के घरों में पानी घुस गया है। खासकर शहर के निचले इलाकों में सैलाब आ गया। मरने वालों में चार महीने का एक बच्चा और उसके पिता शामिल हैं। बच्चे और उसके पिता की दीवार गिरने से मौत हो गई। भारी बारिश के चलते उनके घर की दीवार गिर गई थी। बाद में रेस्क्यू ऑपरेशन में दोनों का शव निकाला गया। उनकी पत्नी और 2 साल की बच्ची को बचा लिया गया। वहीं 35 साल के एक शख्स की करंट लगने से मौत हो गई। ये व्यक्ति हुसैनी आलम इलाके में एक होटल से बाहर निकल रहा था। वह सड़क किनारे खड़ी एक वैन में चिपक गया। वैन में बिजली के खंभे से करंट आ रहा था। नगर निगम कमिश्नर बी. जनार्दन रेड्डी ने लोगों को संभलकर रहने की सलाह दी है।
मौसम विभाग की मानें तो ये मानसून की ही बारिश है। ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम ने अपने कर्मचारियों को शहर में जमा हुए पानी को निकालने और अन्य राहत कार्यों में लगा दिया है। तेलंगाना के सीएम के. चंद्रशेखर राव ने म्युनिसिपल और पुलिस कमिश्नर से अलर्ट रहने को कहा है। हैदराबाद के पुलिस कमिश्नर महेंद्र रेड्डी ने कहा कि भारी बारिश के मद्देनजर पुलिस को अलर्ट रहने के आदेश दे दिए गए हैं ताकि किसी भी चुनौती से निपटा जा सके।
वहीं तूफानी मौसम को देखते हुए उस्मानिया यूनिवर्सिटी को अगले आदेश तक बंद रखने का फैसला लिया गया है। मंगलवार को यूनिवर्सिटी में होने वाली सभी परीक्षाओं को टाल दिया गया। इस संबंध में नया टाइम टेबल जल्दी ही जारी किया जाएगा।इससे पहले 29 अगस्त को मुंबई में 24 घंटे में 331 मिलीमीटर बारिश हुई थी जिससे आम जन जीवन तहस-नहस हो गया था।