अब आतंकी हमले सहने का धैर्य नहीं – पर्रिकर

जयपुर। आतंकी हमलों पर रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने सख्त रुख अख्तियार करते हुए कहा है कि देश में सहने की क्षमता खत्म हो गई है। मेरी भी सहने की ताकत खत्म हो गई है। अब देश पर कोई भी आतंकी हमला बर्दाशत नहीं किया किया जाएगा।

रक्षा मंत्री ने कहा कि कहा कि देश की सुरक्षा में जो कमियां हैं उन्हें दूर करने की कोशिश हो रही है। पठानकोट हमला देश पर आखिरी आतंकी हमला है। पठानकोट में जिन आतंकियों ने हमला किया वो आखिरी थे और अब कोई नहीं आ सकता है।

भारतीय वायुसेना के एक अधिकारी को आईएसआई जासूसों द्वारा जाल में फंसाए जाने के मामले में रक्षा मंत्री ने कहा कि इस प्रकार के मामलों को रोकने के लिए सभी प्रकार की सावधानियां बरती जा रही हैं। ये मामले अभी निचले स्तर तक ही सीमित हैं। पर्रिकर ने कहा मुझे नहीं लगता कि ऐसी चीजें (जासूसी) उच्च स्तर पर होती है। कुछ चीजें सामने आई हैं लेकिन वे निचले स्तर पर हैं और हमने उन्हें रोकने के लिए सभी सावधानियां बरती हैं।

उन्होंने कहा कि जब हम सतर्क होते हैं तो लालच देकर जाल में फंसने जैसी चीजें आम तौर पर नहीं हो पाती। हम भर्ती और प्रशिक्षण के समय इसका ध्यान रखते हैं। जवानों के सोशल नेटवर्किंग साइटों का इस्तेमाल करने को लेकर स्पष्ट दिशा निर्देश और आचार संहिता है। हाल में भारतीय वायुसेना के 30 वर्षीय एक अधिकारी रंजीत के.के. को एक संदिग्ध जासूस को आधिकारिक सूचनाएं कथित रूप से देने के मामले में गिरफ्तार और सेवा से बर्खास्त किया गया है।

दिल्ली पुलिस अपराध शाखा के अनुसार अधिकारी ने फेसबुक पर खुद को पत्रकार बताने वाली संदिग्ध जासूस दामिनी मैक्नॉट के बिछाए मधुपाश में फंस कर यह जानकारी साझा की। पर्रिकर ने सेना की भर्ती रैली के उद्घाटन के मौके पर अंबेर के निकट सीआईएसएफ मैदान में यह बात कही। यहां वह रैली को हरी झंडी देने से पहले उम्मीदवारों के साथ बातचीत कर रहे थे। बड़ी संख्या में उम्मीदवारों ने इस खुली रैली में भाग लिया जिसके लिए ऑनलाइन पंजीकरण किए गए थे।

उन्होंने कहा हमने भर्ती रैली के लिए ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया शुरू की। इस बात की आशंका थी कि उम्मीदवारों की संख्या गिर सकती है लेकिन इसकी बजाय यह संख्या बढ़ गई। पर्रिकर ने कहा कि भारतीय युवा देशभक्त है और वह राष्ट्रवादी सोच रखता है। इसीलिए वह सेना में भर्ती होना चाहता है।

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