नई दिल्ली। कीमत अफोर्ड न कर पाने वाले आईफोन के शौकीनों के लिए यह अच्छी खबर है, क्योंकि अब बेंगलुरु में भी आईफोन की मैन्युफैक्चरिंग होने जा रही है। एपल कंपनी जब भारत में अपने फोन भेजती है, तो उसे 12.5 फीसदी की इंपोर्ट ड्यूटी चुकानी पड़ती है। जब भारत में आईफोन बनने लगेंगे, तो कंपनी को किसी तरह का टैक्स नहीं देना होगा, जिससे आईफोन की कीमतों में गिरावट आ जाएगी।
एपल कंपनी भारत के आईफोन बनाने की योजना के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मेक इन इंडिया अभियान का हिस्सा बनने जा रही है। एपल के लिए ओईएम यानी ओरिजिनल इक्विपमेंट मैन्युफैक्चरर का काम करने वाली ताइवान की कंपनी विस्ट्रॉन ने पीन्या में आईफोन बनाने के लिए फैसिलिटी सेंटर का काम शुरू कर दिया है।
पीन्या बेंगलुरु का इंडस्ट्रियल हब कहा जाता है। अप्रैल 2017 से यहां आईफोन के निर्माण का काम शुरू हो सकता है। एपल भारत में जल्द से जल्द निर्माण कार्य शुरू करना चाहती है। ऐसे में हो सकता है कि अगले साल के अंत तक भारत में पूरी तरह से आईफोन का निर्माण कार्य शुरू हो जाए। कंपनी की मानें तो अगर भारत में आईफोन की मैन्यूफैक्चरिंग होती है, तो वह कीमतों के मामले में भी दूसरी स्मार्टफोन कंपनियों को कड़ी टक्कर देगी।
इससे पहले ऐपल की सबसे बड़ी मैन्युफैक्चरिंग सहयोगी कंपनी फॉक्सकॉन ने महाराष्ट्र में प्लांट लगाने की बात कही थी, लेकिन अब ऐसी खबरें आ रही हैं कि फॉक्सकॉन ने शाओमी और वनप्लस के साथ समझौता कर लिया है। ऐसे में अब फॉक्सकॉन एपल के लिए काम नहीं करेगी।