‘हत्या की राजनीति’ वाले विधायक जदयू से निलंबित

पटना। महागठबंधन के विधायक अपने कृत्यों और बयानों से बिहार सरकार की छीछालेदर करने पर तुले हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद की तमाम कोशिशों और कार्रवाई के बावजूद माननीय बाज नहीं आ रहे। इसी कड़ी में हत्या की राजनीति करने और राष्ट्रगान को गुलामी का प्रतीक बताने वाले विधायकों गोपाल मंडल और राण गंगेश्वर को जदयू ने छह साल के लिए निलंबित कर दिया है। पार्टी की ओर से मंगलवार को यह घोषणा की गई।

मंगलवार को जदयू की कोर कमेटी की बैठक में यह फैसला लिया गया। प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा कि हत्या की राजनीति की बात कहना आपत्तिजनक है।  इसी तरह राणा गंगेश्वर ने भी राष्ट्रगान पर गलत बयान दिया है। दोनों नेताओं को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है और कारण बताओ नोटिस दिया गया है। बैठक में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी मौजूद थे।

भागलपुर जिले के गोपालपुर विधानसभा सीट से जदयू विधायक गोपाल मंडल ने रविवार को नवगछिया के बाल भारती विद्यालय में आयोजित वसंत फुहार कवि सम्मेलन में कहा था कि अब मैं फिर से हत्या की राजनीति करूंगा या करवाऊंगा। मंडल ने कहा था, ‘मैं पहले हत्या की राजनीति करता था लेकिन बीच में इस तरह की राजनीति छोड़ दी। अब विरोधियों की ओर से मुझ पर लगातार झूठा आरोप लगाया जा रहा है।’ उन्होंने कहा कि मंच पर बैठे जो लोग मेरे वोटर नहीं हैं मैं फिर भी आपकी सुरक्षा करूंगा। मेरे पास बारूद और बंदूक की ताकत है। हालांकि बाद में मंगलवार को मीडिया से बातचीत में उन्होंने इस मामले पर सफाई दी और कहा कि मैंने जानबूझकर ऐसा नहीं किया, यह मेरा स्टाइल है। मैं भाषण देने के दौरान थोड़ा उत्तेजित हो जाता हूं।

शराबबंदी का विरोध
राज्य में एक अप्रैल से शराबबंदी लागू होने पर गोपाल मंडल ने कहा था कि नीतीश कुमार शराबबंदी कराना चाहते हैं, जो गलत है। सुरा और सुंदरी स्वर्ग में रहने वाले लोगों को भी पसंद है। नशाखोरी बंद नहीं हो सकती है। शराब राजा-महाराजाओं की शोभा का सामान है। उन्होंने कहा, “बिहार के लोग शराब पीना कैसे छोड़ देंगे? होली में तो बिना शराब के मन ही नहीं डोलता है। अगर नीतीश जी शराब बंद कर देंगे तो क्या हुआ? घर का गांजा और भांग तो है न? ” इससे पहले 28 फरवरी को भी गोपाल मंडल ने विवादित बयान दिया था कि मेरे कार्यकर्ता के साथ जो जात-पात करेगा, उसकी जीभ काटने में मुझे एक मिनट भी नहीं लगेगा। अब तो मैं औकात वाला हो गया हूं। मेरा एक पैर जेल में रहता है, दूसरा बाहर। जब जेल गया तब ही नेता बना।

एमएलसी भी निलंबित
जदयू ने बड़बोले एमएलसी राणा गंगेश्वर को भी निलंबित कर दिया है। समस्तीपुर में एक कार्यक्रम में राणा ने कहा था कि राष्ट्रगान गुलामी का प्रतिक है। यह गाना हमलोगों के शोषण करने वालों का गुणगान करता है। इस बयान के बाद कार्यक्रम में मौजूद लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया। हंगामा होते ही राणा चुप हो गए। इस कार्यक्रम में मंत्री महेश्वर हजारी, मंत्री आलोक कुमार महेता और डीएम भी मौजूद थे।

 

 

 

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