बिहार के दिवंगत पत्रकार राजदेव रंजन की पत्नी आशा रंजन को जान से मारने की धमकी मिली है। धमकी देने वाले शख्स ने उन्हें सुप्रीम कोर्ट से केस वापस लेने की धमकी दी। ऐसा नहीं करने पर उनके टुकड़े-टुकड़े कर देने की धमकी दी। इस मामले में सीवान पुलिस ने आशा रंजन के बयान पर मुफस्सिल थाने में अज्ञात के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।
आशा रंजन ने सीवान के एसपी से की शिकायत में कहा है कि 26 दिसम्बर की आधी रात को उनके मोबाइल पर एक फोन आया। फोन करने वाले ने उनसे पूछा, तुम शहाबुद्दीन को जानती हो। इस पर उन्होंने हां कहा तो फोन करने वाले ने कहा कि बहुत नाटक हो गया। तुम लोगों अब सीधे-सीधे अपना सुप्रीम कोर्ट वाला केस वापस ले लो और इसकी पैरवी करना बंद कर दो। वरना इतने टुकड़ों में काटेंगे की कोई पहचान भी नहीं पाएगा। आशा ने एसपी से अपनी सुरक्षा की मांग की है। आशा रंजन ने इस बारे में सीबीआई से भी शिकायत की है।
सीवान में हिंदुस्तान अखबार के पत्रकार राजदेव रंजन की 13 मई को हत्या कर दी गई थी। इस हत्या का आरोप राजद के पूर्व सांसद शहाबुद्दीन पर लगा है। पुलिस की जांच में यह बात सामने आई थी कि राजदेव की हत्या में शहाबुद्दीन का शूटर मो कैफ भी शामिल था। राजदेव की हत्या के बाद उनकी पत्नी आशा रंजन ने पूरे मामले को लेकर सर्वोच्च न्यायालय में याचिका दायर कर ऱखी है। इस मामले में सीबीआई की भी जांच चल रही है।
लड्डन समेत छह के खिलाफ सीबीआई जांच पूरी
राजदेव हत्याकांड के मुख्य आरोपी लड्डन मियां समेत छह आरोपियों के खिलाफ सीबीआई ने जांच पूरी कर ली है। सूत्रों के अनुसार जनवरी के पहले सप्ताह में सीबीआई इन आरोपियों के खिलाफ साक्ष्य के साथ चार्जशीट सीबीआई कोर्ट मुजफ्फरपुर को सौंप देगी। आरोपियों में शूटर रोहित, रिशु, विजय, राजेश व सोनू कुमार गुप्ता शामिल हैं। एक अन्य आरोपी सोनू कुमार सोनी के खिलाफ सीबीआई पहले ही कोर्ट को चार्जशीट सौंप चुकी है। सीबीआई इनके खिलाफ सभी बिन्दुओं पर जांच कर चुकी है। घटना में इनके शामिल होने के सीबीआई के पास पर्याप्त साक्ष्य मौजूद हैं। हालांकि अभी एफएसएल की जांच रिपोर्ट नहीं आई है।