नई दिल्ली।
पाकिस्तान पर अमेरिका का दबाव है और भारत ने सर्जिकल स्ट्राइक कर उसकी आतंकवादी गतिविधियों की कमर तोड़ दी थी। बावजूद इसके, पाकिस्तान लगातार संघर्षविराम का उल्लंघन कर रहा है। अप्रैल महीने में उसकी तरफ से 7 बार सीजफायर का उल्लंघन किया गया। और तो और, पाकिस्तानी सेना प्रमुख ऐसे ही मौके पर विवादित बयान देकर तनाव बढ़ा रहे हैं।
सोमवार की बात करें तो जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले की कृष्णा घाटी सेक्टर में पाकिस्तान ने संघर्षविराम का उल्लंघन कर सीमापार से रॉकेट दागे और फायरिंग की। दो जवान (एक बीएसएफ और एक सेना) शहीद हो गए और गोलीबारी में 3 जवान जख्मी भी हुए हैं। उधर, जम्मू-कश्मीर के हालात को लेकर राजनाथ सिंह ने दिल्ली में उच्चस्तरीय बैठक बुलाई है।
कश्मीर पर पाकिस्तान सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा ने बयान दिया है कि कश्मीरियों की सियासी लड़ाई में मदद जारी रखेंगे। लाइन ऑफ कंट्रोल के दौरे के वक्त उन्होंने ये बात कही। यही नहीं, उन्होंने भारत पर सीज़फ़ायर तोड़ने का आरोप लगाया और अपने सैनिकों को हर हालत का सामना करने के लिए तैयार रहने को कहा। हालत यह है कि पाकिस्तान खुले तौर पर कश्मीर में आतंकियों को हथियार, फंड और घुसपैठ में मदद करता आया है, फिर भी ऐसे बयान देता रहता है।
हाफिज सईद की नजरबंदी 90 दिन बढ़ी
इसे अमेरिका का दबाव ही कहेंगे कि मुंबई हमलों के मास्टरमाइंड और आतंकी संगठन जमात-उद-दावा के सरगना हाफ़िज़ सईद की नज़रबंदी को 90 दिन के लिए बढ़ा दिया गया है। पाकिस्तान सरकार ने अंतरराष्ट्रीय दबाव की वजह से ही हाफ़िज़ सईद को नज़रबंद किया था। उसे 30 जनवरी से लाहौर में नज़रबंद किया गया है।
पाकिस्तान की तरफ से पुंछ सेक्टर में सोमवार को सुबह 8.30 बजे भारी गोलीबारी की गई। 4 अप्रैल को पाकिस्तान की तरफ से ऑटोमैटिक हथियारों और मोर्टार से गोलीबारी गई थी। 3 अप्रैल को भी राजौरी जिले के बालाकोट सेक्टर में करीब 11 बजे और दिगवार एरिया में सुबह 9 बजे पाकिस्तान की तरफ से गोलीबारी गई थी। दिगवार में हेवी मोर्टार से फायरिंग की गई थी।
1 अप्रैल को पुंछ में ही एक जूनियर कमीशंड अफसर (जेसीओ) आईईडी ब्लास्ट के चलते शहीद हो गया था। 2016 में एलओसी के पास 228 और इंटरनेशनल बॉर्डर पर 221 सीजफायर वॉयलेशन हुए थे।