नई दिल्ली।
आयकर विभाग ने लालू यादव की बेटी मीसा को थोड़ी मोहलत दे दी है। उन्हें मंगलवार को आयकर विभाग के सामने पेश होना था। उनके वकीलों ने व्यस्तता का हवाला देकर कहा कि वे अभी पेश नहीं हो सकतीं। इस पर आयकर विभाग ने मीसा के लिए नया समन जारी कर उन्हें 12 जून को पेश होने को कहा है।
आयकर विभाग लालू यादव की बेटी मीसा और दामाद से उनकी कंपनियों को मिलने वाले पैसे के बारे में पूछताछ करना चाहता है। मीसा औऱ उनके पति पर आरोप है कि उनकी कंपनियों में कुछ फर्जी कंपनियों के जरिये पैसा आया। इसी सिलसिले में मीसा के पति शैलेश से 7 जून को पूछताछ हो सकती है।
लालू यादव की बेटी मीसा और दामाद शैलेश पर आरोप है कि उनकी कंपनियों में कुछ फर्जी कंपनियों के जरिये पैसा आया जिससे उन्होंने दिल्ली के पॉश इलाके में करोड़ो रुपये का फॉर्महाउस खरीदा। आयकर विभाग ने इस मामले में दिल्ली और आसपास की 22 जगहों पर छापेमारी की जिसमें बरामद दस्तावेजों के आधार पर अब मीसा और शैलेश से पूछताछ होगी।
आय़कर विभाग मीसा औऱ शैलेश दोनों से जानना चाहता है कि उनकी कंपनियों में किन लोगों ने किसके कहने पर पैसे दिए। ये पैसे क्यों दिए गए और यदि ये पैसे मीसा और शैलेश की कंपनी के किसी काम के बदले दिए गए तो वे क्या काम थे। ऐसे ही जटिल सवालों का एक जाल आय़कर विभाग ने तैयार किया है।
आयकर विभाग ने जो 50 सवाल तैयार किए हैं उनमें प्रमुख हैं- आपका पैन नंबर क्या है और आप आयकर कहां भरती हैं? आपकी कितनी कंपनियां हैं और उनमें कब-कब कितना लोन आय़ा? कितने लोन अनसिक्योर्ड थे और क्यों दिए गए थे? क्या लिए गए लोन का पैसा वापस कर दिया गया है?
आपकी कंपनी मिशेल को चार कंपनियों ने एक करोड़ 20 लाख रुपये क्यों दिए थे? ऐसे कौन से हालात थे कि आपने जब शेयर बेचे तो 90 रुपये के और वही शेयर वापस खऱीदे तो 10 रुपये के? आपकी कंपनियां क्या काम करती हैं? कंपनी में कितने कर्मचारी हैं? कोलकाता की कंपनी डायमंड विनमय से आपका क्या रिश्ता है उसने आपके शेयर क्यों खरीदे? क्या आप राजेश अग्रवाल नाम के सीए को जानती हैं, अगर हां तो कैसे?
आयकर सूत्रों के मुताबिक, मीसा से दो चरणों में पूछताछ की जाएगी। जांच के पहले चरण में सवाल पूछे जाएंगे और जिन सवालों के जवाब गलत देंगी पूछताछ के अगले चरण में उन्हीं सवालों के बारे में दस्तावेज दिखा कर पूछताछ की जाएगी। ऐसे में मीसा को आयकर विभाग की ये पूछताछ काफी भारी पड़ सकती है।
आयकर विभाग के अलावा प्रवर्तन निदेशालय भी मीसा और शैलेश को आठ हजार करोड़ रुपये के घोटाले में पूछताछ के लिए बुला सकता है। ये पूछताछ इस मामले में गिरफ्त में आए सीए राजेश अग्रवाल के बयानों के आधार पर हो सकती है।