नई दिल्ली।
मारीशस और मेडागास्कर की राजकीय यात्रा के अंतिम चरण में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और उनके प्रतिनिधिमंडल में शामिल स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे 14 मार्च को मेडागास्कर पहुंचे।
मेडागास्कर और भारत के बीच राजनीतिक संबंध स्थापित होने के बाद राष्ट्रपति पहली बार वहां की राजकीय यात्रा पर गए हैं। मेडागास्कर में भारतीय मूल के 17,500 लोगों ने वहां की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
मेडागास्कर की राजधानी एन्टानानारिवो में 14 मार्च को राष्ट्रपति के प्रतिनिधिमंडल के सम्मान में वहां भारत के राजदूत ने प्रतिभोज का आयोजन किया। मंच पर राष्ट्रपति के साथ स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे आसीन थे।
राष्ट्रपति ने भारतीय मूल के लोगों को संबोधित किया और अश्विनी कुमार चौबे भी भारतीय मूल के लोगों से मिले। 15 मार्च को इंडिया मेडागास्कर बिजनेस फोरम का सम्मेलन मेडागास्कर की राजधानी एंटानानारिवो (होटल कार्लटन) में हुआ, जिसमें मेडागास्कर के वाणिज्य एवं व्यापार संगठन एवं भारत के व्यापारिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया।
भारत की ओर से हरियाणा, पंजाब और दिल्ली कामर्स आफ चैंबर्स और भारतीय उद्योग कान्फडरेशन ने हिस्सा लिया। इस सम्मेलन का उद्देश्य मेडागास्कर और भारत के बीच आर्थिक सहयोग बढ़ाने और व्यापार एवं वाणिज्य में वृद्धि करना है जिससे दोनों देशों की अर्थव्यवस्था मजबूत होगी।
केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने आशा व्यक्त की कि दोनों देशों के वाणिज्यिक संगठनों के बीच परस्पर मैत्री और प्रगाढ़ संबंध होने से दोनों देशों की जनता को लाभ होगा। सम्मेलन के बाद प्रतिनिधिमंडल के साथ राष्ट्रपति एंटानानारिवो यूनिवर्सिटी में गए। वहां उन्होंने नीम का पौधा लगाया और एक स्मृति प्लेक का अनावरण किया।
एंटानाना रिवो विश्वविद्यालय के कुलपति राष्ट्रपति से मिले और उन्होंने मेडागास्कर का प्रसिद्ध पौधा बाबोबाव भारत के राष्ट्रपति को दिया। उसके बाद राष्ट्रपति महोदय ने विश्वविद्यालय के अध्यापकों और विद्यार्थियों को संबोधित किया और कहा कि भारत और मेडागास्कर की मैत्री और मजबूत होगी, जिससे दोनों देशों के लोगों को लाभ होगा।