श्रीनगर/जम्मू। पीडीपी की मुखिया महबूबा मुफ्ती ने सोमवार को जम्मू एवं कश्मीर की मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। इसके साथ ही वे राज्य की पहली महिला सीएम बन गई हैं। महबूबा को राज्यपाल एन.एन. वोहरा ने पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई । वह राज्य की 13वीं मुख्यमंत्री बन गई हैं। पिता मुफ्ती मोहम्मद सईद के निधन के बाद महबूबा ने जम्मू की बागडोर संभाली है इसी के साथ उनके मुख्यमंत्री पद की शपथ लेते ही राज्य में पिछले तीन माह से अधिक समय से चला आ रहा राज्यपाल का शासन खत्म हो गया।
महबूबा का मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेना जम्मू कश्मीर ही नहीं बल्कि शेष देश के इतिहास में भी एक महत्वपूर्ण घटना है। महबूबा जम्मू कश्मीर में सरकार का नेतृत्व करने वाली पहली महिला होंगी और भारत के किसी राज्य की पहली मुस्लिम महिला होंगी। राज्यपाल एन एन वोहरा ने सोमवार को पीडीपी अध्यक्ष को राज्य में पीडीपी-भाजपा गठबंधन सरकार का नेतृत्व करने और सरकार बनाने को आमंत्रित किया था।
दरअसल,, पीडीपी और बीजेपी ने पिछले साल पहली मार्च को गठबंधन बनाया था और सईद मुख्यमंत्री बने थे। दोनों दलों ने गठबंधन के लिए एजेंडा ऑफ एलायंस बनाया था जिसके आधार पर वह काम करेगा। मुफ्ती मोहम्मद सईद के निधन के बाद आठ जनवरी को राज्यपाल शासन लगा दिया था क्योंकि महबूबा ने तत्काल सत्ता संभालने से इनकार कर दिया था।
ऐसा माना जा रहा है कि विचारधारा के स्तर पर एक-दूसरे से विपरीत रुख रखने वाले ये दोनों दल अगर विवादों से दूर रखते हैं तो राज्य में पीडीपी-भाजपा सरकार सामान्य रूप से कामकाज कर सकती है।
पीडीपी-भाजपा गठबंधन में सज्जाद लोन के नेतृत्व वाली पीपुल्स कांफ्रेंस भी एक घटक है और 87 सदस्यीय विधानसभा में इस गठबंधन के विधायकों की संख्या 56 है। विधानसभा में पीडीपी के 27 विधायक हैं जबकि भाजपा के 25 और पीपुल्स कांफ्रेंस के 2 विधायक है और 2 निर्दलीय इस गठबंधन का समर्थन कर रहे हैं।
महबूबा के साथ कुल 22 विधायकों ने मंत्रीपद की शपथ ली। विधायकों ने हिंदी के अलावा कश्मीरी, पंजाबी और अंग्रेजी में शपथ ली। 22 मंत्रियों में 3 महिलाएं भी शामिल हैं।
महबूबा मंत्रिमंडल में शामिल किए गए भाजपा विधायक चौधरी लाल सिंह ने डोगरी भाषा में शपथ ली तो पीडीपी के सैयद बशारत अहमद बुखारी ने कोशुर भाषा में शपथ ली, जिसे कश्मीरी के रूप में जानते हैं। पीडीपी-बीजेपी गठबंधन के पास राज्य के 87 में से 56 विधायकों का समर्थन है। पीडीपी की राज्य में 27 और भाजपा की 25 सीटें हैं। सरकार को सज्जाद गनी लोन की पार्टी पीपल्स कॉन्फ्रेंस के 2 और 2 निर्दलीय विधायकों का भी समर्थन हासिल है।