नई दिल्ली।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने एक कार्यकम में कानून का बोझ कम करने का आश्वासन दिया तो दूसरे कार्यक्रम के जरिये यातायात का बोझ हल्का कर दिया। इलाहाबाद हाई कोर्ट के स्थापना के 150 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में आयोजित वार्षिक समारोह के समापन दिवस के मौके पर व्यवस्थापिका और न्यायपालिका के प्रमुखों का अद्भुत संगम हुआ। मुख्यअतिथि के रूप में मोदी ने कहा, मुझे देश के चीफ जस्टिस ने एक संकल्प के लिए प्रेरित किया है। अब हमारा प्रमुख लक्ष्य उसको पूरा करने का रहेगा।
मोदी ने जम्मू-श्रीनगर हाइवे पर चेनानी और नाशिरी के बीच देश की सबसे लंबी सड़क सुरंग का उद्घाटन किया और कहा, ‘मैं कश्मीर के नौजवानों को कहता हूं। पत्थर की ताकत क्या होती है। एक तरफ कुछ नौजवान पत्थर मारने में लगे हैं और कुछ ने पत्थर काट कर यह सुरंग बना दी।’
बता दें कि यह सुरंग देश की सबसे बड़ी सुरंग तो है ही सबसे स्मार्ट सुरंग भी है। इसमें विश्वस्तरीय खूबियां हैं। सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम हैं। सुरंग के भीतर ऐसे कैमरे लगे हैं जो 360 डिग्री व्यू देते हैं। साथ ही सुरंग में मोबाइल नेटवर्क से लेकर इंटरनेट तक चलता है।
यह सुरंग 9.2 किलोमीटर लंबी है, जो जम्मू के उधमपुर जिले के चिनैनी इलाके से शुरू होकर रामबन जिले के नाशिरी नाला तक बनाई गई है। करीब तीन सौ किलोमीटर जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाइवे पर 3,720 करोड़ रुपयों की लागत से चिनैनी-नाशिरी सुरंग बन कर तैयार हो गई है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जिस संकल्प के लिए चीफ जस्टिस ने प्रेरित किया है, उनके सपने को पूरा करने के लिए हमें जो भी करना होगा हम करेंगे। आज इलाहाबाद हाईकोर्ट का यह समारोह नई ऊर्जा व नए संकल्प पूरा होने का अवसर बन सकता है। कानून सिर्फ अमीरों के लिए नहीं होना चाहिए। इसका लक्ष्य अंतिम छोर पर बैठे व्यक्ति के जीवन में सकारात्मक बदलाव होना चाहिए।
उन्होंने कहा कि पूर्व राष्ट्रपति स्वर्गीय डॉ. राधाकृष्णन ने एक मार्मिक सन्देश दिया था, गांधी जी कहते थे हम कोई भी निर्णय करें उसके सही या गलत होने की कसौटी क्या है। इसके लिए आखरी छोर पर बैठे उस व्यक्ति के बारे में सोचें कि इस निर्णय का उस पर क्या प्रभाव पड़ेगा। उन्होंने बताया कि वर्ष 2014 में जब वह चुनाव प्रचार कर रहे थे तब किसी बात पर उन्होंने कहा था कि वह हर दिन एक अनुपयोगी कानून खत्म करेंगे। अब तक ऐसे करीब 1200 कानून खत्म किए जा चुके हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये सुनवाई क्यों नहीं हो सकती। एसएमएस से लोगों को मुकदमों की जानकारी क्यों नहीं दी जा सकती। कैदियों को कोर्ट ले जाते समय क्या क्या नहीं होता यह सभी जानते हैं। अब यूपी में योगी जी आए हैं, यह सब बंद होगा।
इलाहाबाद हाईकोर्ट को उन्होंने न्याय जगत का तीर्थ बताया। कहा कि यहां से पूरा देश आजादी के 75 साल पूरे होने पर 2022 तक न्यू इंडिया के लिए रोडमैप तैयार करे। जो जहां है वहां बेहतर करने का संकल्प ले।
कानून से ऊपर कोई भी नहीं
इलाहाबाद में इलाहाबाद हाई कोर्ट के स्थापना के 150 वर्ष पूरे होने के वार्षिक समारोह के समापन दिवस पर संबोधित कर रहे विशिष्ट अतिथि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, कानून से बड़ा कोई नहीं है। कानून का स्थान शासक से भी ऊपर है। कोई भी समाज कानून से ही चलता है। न्यायालयों में लंबित प्रकरणों को जल्द खत्म करने की पहल न्यायपालिका ने ही की है। न्याय व विधि एक दूसरे के पूरक हैं और इंसाफ देना सबसे बड़ा धर्म है।
इस मौके पर जस्टिस खेहर ने न्यायालयों में लंबित प्रकरणों को लेकर चिंता जताई और कहा, ‘कोर्ट में मुकदमों का भारी बोझ है। छुट्टियों में ट्रिपल तलाक, आसाम का सिटिजन इश्यू और अन्य मामलों की सुनवाई होगी।
केंद्रीय विधि मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि इलाहाबाद हाईकोर्ट का इतिहास गौरवमयी रहा है। यहां से जो अलख जगी उसने बार और बेंच का नाम रोशन किया।