भारतीय पहलवान नरसिंह पर ओलंपिक में हिस्सा लेने को लेकर विश्व डोपिंगरोधी एजेंसी वाडा ने रोक की मांग की थी। वाडा ने कोर्ट ऑफ़ ऑर्बिट्रेशन (सीएएस) में अपील की थी।
गुरुवार को सीएएस ने चार घंटे चली सुनवाई के बाद वाडा की अपील स्वीकार कर ली और नरसिंह पर चार साल का प्रतिबंध भी लगा दिया।
सीएएस के फ़ैसले से नरसिंह निराश थे। समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार नरसिंह का मानना है कि उन्हें साजिश के तहत फंसाया गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि उनके विरोधियों ने उनके खाने-पीने में कुछ मिलाया था।
वहीं,, आईओए के महासचिव राजीव मेहता ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया कि ”यादव पर ये बैन सीएएस के ज़रिए लगाया गया है। नरसिंह को उनके विरोधियों ने नहीं बल्कि उनके सहयोगियों ने हराया है।”
मेहता ने कहा, हम कोर्ट के आदेश को चुनौती देंगे. इस पूरे प्रकरण में देश का काफी नुकसान हुआ है।
नरसिंह यादव को शुक्रवार को रियो ओलंपिक में पुरुष फ़्री स्टाइल कुश्ती के 74 किलोग्राम भारवर्ग में हिस्सा लेना था।
नरसिंह यादव पिछले साल विश्व चैंपियनशिप में कांस्य पदक के अलावा 2010 राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीत चुके हैं।
इसके अलावा वह साल 2014 के इंचियोन एशियाई खेलों में 74 किलो भार वर्ग में कांस्य पदक जीत चुके हैं।