नई दिल्ली।
उत्तर कोरिया ने जिस नई मिसाइल का परीक्षण किया है उससे दक्षिण कोरिया समेत जापान में दहशत है। अमेरिका को तो सीधे तौर पर खतरा बढ़ गया है। क्योंकि इस बार उत्तर कोरिया ने जिस मिसाइल का परीक्षण किया है वह न सिर्फ पहले से ज्यादा उन्नत है बल्कि ज्यादा घातक भी है। इसकी रेंज 13 हजार किलोमीटर है।
इस प्रकार अमेरिका और नॉर्थ कोरिया के बीच तनाव एक बार फिर बढ़ने वाला है। अमेरिकी चेतावनियों को एक बार फिर ठेंगा दिखाते हुए तानाशाह किम जोंग उन ने नई बैलिस्टिक मिसाइल के परीक्षण की पुष्टि की है। यह बिलकुल नए तरह की मिसाइल है। मिसाइल टेस्ट के बाद तानाशाह किम जोंग उन ने एक बयान जारी करते हुए कहा है कि उनके देश ने इसके साथ ही फुल न्यूक्लियर स्टेटहुड हासिल कर लिया है।
यह एक इंटर कॉंटिनेंटल बैलेस्टिक मिसाइल आईसीबीएम थी जिसका नाम हॉसॉन्ग-15 बताया गया है। इस मिसाइल परिक्षण के बाद दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से 20 मिनट बात की और चिंता भी जताई।
इस दौरान उन्होंने अमेरिका से उत्तर कोरिया पर फिर कड़े प्रतिबंध लगाने की मांग की है। उन्होंने यहां तक कहा है कि यदि उत्तर कोरिया बातचीत की मेज पर आता है तो सभी का भविष्य उज्जवल हो सकता है।
दूसरी तरफ इस मिसाइल के सफल परीक्षण से उत्साहित किम जोंग उन ने उत्तर कोरिया को एक न्यूक्लियर स्टेट घोषित कर दिया है। मिसाइल परिक्षण के बाद उन्होंने इसके लिए वैज्ञानिकों को बधाई भी दी है।
रक्षा विशेषज्ञ सी उदय भास्कर की नजर में उत्तर कोरिया का ताजा मिसाइल परीक्षण काफी शक्तिशाली है। उन्होंने सीधेतौर पर इसको अमेरिका के लिए एक बड़ा खतरा बताया है। उन्होंने बताया कि यह मिसाइल आईसीबीएम रेंज की है।
बता दें कि किम जोंग उन के नेतृत्व में उत्तर कोरिया अब तक दर्जनों परमाणु परीक्षण कर चुका है। यह मिसाइल परिक्षण इसलिए भी खास है क्योंकि यह करीब 4475 किलोमीटर की ऊंचाई तक गई जो कि इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन से भी तिगुनी ऊंचाई है।
इसके अलावा इसने करीब 950 किलोमीटर की दूरी तय करने में करीब 53 मिनट का समय लगाया। इस लिहाज से भी यह उत्तर कोरिया की अब तक की सबसे उन्नत परमाणु मिसाइल है। यह मिसाइल हॉसॉन्ग 14 का ही उन्नत स्वरूप है। इस मिसाइल को लोफ्टेड एंगल से दागा गया था।