अरविंद शुक्ल
मुख्यमंत्री बनने के बाद योगी अपने शहर गोरखपुर में कुल 25 घंटे रहे। इस दौरान उन्होंने महज चार घंटे आराम किया और बाकी के 21 घंटे काम करते रहे। स्वागत समारोह के बाद मंदिर पहुंचते ही पूजा-अर्चना की। धर्म, अध्यात्म व राजनीति का पाठ सिखाने वाले गुरु ब्रह्मलीन महंत अवैद्यनाथ की समाधि स्थल पर पहुंचते ही उनकी आंखें कृतज्ञयता भाव से अश्रुपूरित हो गर्इं। महज चार घंटे नीद लेने के बाद वह गोरक्षपीठाधीश्वर वाली दिनचर्या में व्यस्त हो गए। रविवार को गोरखपुर में उन्होंने अपनी सुबह गायों को चारा खिलाकर शुरू की और मंदिर में पूजा भी की।
मुख्यमंत्री एक सप्ताह बाद गायों से मिले, गायों को नाम लेकर पुकारा। कुल एक घंटा गौशाला में अपनी प्रिय गायों के साथ गुजारा। योगी की गौशाला में लगभग 400 गायें हैं।
पत्रकारों से बात करते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश में किसी के साथ भेदभाव नहीं होगा। विकास का लाभ सभी को मिलेगा। महिलाओं की सुरक्षा और विकास पर काम होंगे। यूपी में कोई व्यक्ति उपेक्षित महसूस नहीं करेगा। वह नायक नहीं, सामान्य नागरिक हैं।
योगी का कहना है, ‘अब मैं शायद पहले की तरह समय नहीं दे पाऊंगा। उत्तर प्रदेश के 22 करोड़ लोगों का जिम्मा है, लेकिन यह जिम्मेदारी सिर्फ मेरी नहीं, गोरखपुर वालों की भी है।’
अपने दूसरे दिन के प्रवास के दौरान बाबा गंभीरनाथ पुण्यतिथि शताब्दी वर्ष के समापन समारोह में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि वह भोजपुरी, अवधी, सिंधी, नेपाली, बुंदेलखंडी सहित विभिन्न क्षेत्रीय भाषाओं के विकास के लिए हिंदुस्तानी अकादमी बनाएंगे। बाबा गंभीरनाथ पुण्यतिथि शताब्दी वर्ष के समापन समारोह के मौके पर उन्होंने सामाजिक समरसता में नाथ पंथ के योगदान का उल्लेख किया। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि भारत की परंपरा ऐसी है जिसने जाति भेद को समाप्त किया, क्षेत्रीयता की दीवारों को तोड़ा, पंथ और जाति के भेदों को तोड़कर सामाजिक समरसता के मार्ग को प्रशस्त किया। भारत की पहचान विशिष्ट ज्ञान-अध्यात्म के नाम पर है। विश्वविजेता का सपना देखने वाले सिकंदर को सिंधु तट पर बैठे एक संन्यासी ने बता दिया था कि इस विषय का विधाता तो है, विजेता नहीं।
उन्होंने कहा कि मध्यकाल में गोरखनाथ मंदिर को लूटने की कोशिश हुई थी। इस कारण गोरखनाथ मंदिर काफी सीमित क्षेत्र में रह गया। गंभीरनाथ जी ने जो सपना देखा, महंत दिग्विजयनाथ ने उसका खाका तैयार किया और गुरु अवैद्यनाथ जी ने उसे विशाल स्वरूप प्रदान किया। मैं गंभीरनाथ जी की पांचवीं पीढ़ी का हूं।
गोरखपुर में छह साल में दौड़ेगी मेट्रो
लखनऊ मेट्रो के एमडी कुमार केशव की अगुआई में टीम ने शहर का सर्वे किया। सर्वे में जुटे अफसरों का दावा है कि छह साल में मेट्रो दौड़ने लगेगी। सात महीने डीपीआर बनाने में और 15 माह केंद्र सरकार से मंजूरी लेने में लगेगा। इसके बाद तीन से चार साल में मेट्रो लाइन तैयार हो जाएगी।
- वर्ष 2019 में गोरखपुर बाटलिंग प्लांट तैयार हो जाएगा।
- वन टंगिया गांव को राजस्व ग्राम का दर्जा मिलेगा।
- एयरपोर्ट का नाम गोरखनाथ के नाम पर होगा।
नसीहत- भाजपा के नेताओं को ठेकेदारी पट्टे से दूर रहने की नसीहत।
गुंडे यूपी छोड़कर भाग जाएं।- खनन, वन, राशन और गौमाफिया पर नकेल कसी जाएगी।
राम मंदिर निर्माण का आह्वान
दिगंबर अखाड़ा के महंत सुरशदास ने राम मंदिर निर्माण का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि गोरक्षपीठाधीश्वर के मुख्यमंत्री बनने से पूरा भरोसा हो गया है कि राम मंदिर निर्माण जरूर होगा। इस मौके पर छह पुस्तकों का विमोचन हुआ, जिनका संपादन सीएम योगी ने किया।