आगरा। यह महज एक संयोग है या बैंक स्टॉफ नोटबंदी के कारण अतिरिक्त ड्यूटी करते-करते इतना थक गया है कि वह बड़ी-बड़ी गलतियां लगातार करने लगा है। पंजाब के बरनाला के बाद अब आगरा के एक व्यक्ति के अकाउंट में 99.99 करोड़ रुपये पहुंचने का मामला सामने आया है। पूरा परिवार घबराया हुआ है और रात भर सो नहीं सका। हालांकि अभी यह तय नहीं हो सका है कि गलती बैंक स्टाफ की है या किसी और ने इतनी बड़ी धनराशि जमा करा दी है।
बता दें कि इससे पहले भी पंजाब के बरनाला में एक टैक्सी ड्राइवर के अकाउंट में पहले 9805 करोड़ और फिर 999 करोड़ (कुल 10804 करोड़) रुपए डाल दिए गए थे। बाद में पता चला था कि बैंक स्टाफ की मानवीय भूल की वजह से ऐसा हुआ था। इस गलती को बैंक ने सुधार लिया था।
आगरा की मंडी समिति के पास सुमित नगर में रहने वाले ओंकार प्रसाद तिवारी के बेटे संदीप रुद्रपुर में एक कंपनी में वर्कर हैं। संदीप ने करीब 6 साल पहले बिचपुरी से पॉलीटेक्निक में डिप्लोमा किया था। उन्होंने उस समय एसबीआई की बिचपुरी शाखा में अपना अकाउंट खुलवाया था।
संदीप 24 नवंबर को छुट्टी लेकर घर आए हुए हैं। मंगलवार की शाम जब वह ट्रांसयमुना कॉलोनी स्थित एसबीआई के एटीएम पहुंचे तो वहां कैश नहीं था, लेकिन जब उन्होंने अपने अकाउंट का बैलेंस चेक किया तो उनके होश उड़ गए। अकाउंट में 99 करोड़ 99 लाख 91 हजार 735 रुपये बैलेंस की स्लिप निकली।
उन्हें लगा कि ये डिटेल गलत होगी तो वह दूसरे एटीएम पर गए और वहां बैलेंस चेक किया, लेकिन यहां भी उतना ही बैलेंस शो हो रहा था। संदीप ने घर पहुंचकर पूरी बात परिजनों को बताई तो वे भी घबरा गए। उन्होंने अपने पड़ोसियों को इस बारे में बताया।
इसके बाद दोबारा वे एसबीआई के एटीएम पर बैलेंस चेक करने गए, लेकिन बैलेंस उतना ही दिखा रहा था। संदीप तिवारी ने बताया कि उनके खाते में करीब 8 हजार रुपये होने चाहिए थे, लेकिन पता नहीं कैसे इतनी रकम जमा हो गई है। उन्हें इस बारे में कुछ भी पता नहीं है। इस चक्कर में हम पूरी रात सो नहीं सके।