ओपिनियन पोस्ट ।
एमसीडी चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी को बड़ा झटका लगा है। बवाना से पार्टी के विधायक वेद प्रकाश ने बीजेपी ज्वाइन कर ली है। इससे पहले भी वेद प्रकाश बीजेपी के नेता थे।
वेद प्रकाश भाजपा के दिल्ली दफ्तर में प्रदेशाध्यक्ष मनोज तिवारी तथा प्रभारी श्याम जाजू की मौजूदगी में पार्टी में शामिल हुए। पार्टी छोड़ने के कारणों का खुलासा करते हुए वेद प्रकाश ने कहा कि केजरीवाल बड़बोले लोगों के बीच में फंस गए हैं। इसके बाद विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजेंदर गुप्ता के साथ जाकर स्पीकर को अपना इस्तीफा सौंप दिया। इस तरह आप विधायकों की संख्या घटकर अब 66 रह गई है । इससे पहले ही अपने एक मिनिस्टर संदीप कुमार को पार्टी दुष्कर्म के आरोप में पार्टी से निष्काषित कर चुकी है और पंजाब चुनाव के कारण उसके एक विधायक जरनैल सिंह से केजरीवाल ने पहले ही इस्तीफा दिलवा दिया था। इस तरह उसके पास अब 64 विधायकों का समर्थन है।
बीजेपी में शामिल होने के बाद उन्होंने प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि कछ लोगों को केजरीवाल ने घेर लिया है। मैं अपने वजूद को बचाने के लिए, अपनी सच्चाई को बचाने के लिए उन्हें छोड़कर बीजेपी में आया हूं।
मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने ये भी कहा कि वे बीजेपी में कोई भी पोस्ट नहीं लेंगे, वो सब मोहमाया छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए हैं। इस दौरान उन्होंने केजरीवाल सरकार पर सवाल भी उठाया। वेद प्रकाश ने आरोप लगाया कि विधायक पार्टी नेतृत्व के “दबाव” में विकास की बात करते हैं। उन्होंने दावा किया कि आप के 30-35 विधायक पार्टी नेतृत्व से खुश नहीं हैं।
मुख्यमंत्री केजरीवाल जमीनी हालात की चिंता नहीं कर सिर्फ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा उनकी सरकार को बदनाम करने में लगे हैं। उन्होंने कहा कि आप सरकार “लैपटॉप” से चल रही है और जमीनी हकीकत से उसका कोई संबंध नहीं है।
दिल्ली सरकार पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि आखिर केजरीवाल व अन्य लोग बताएं कि उनके बिल एलजी पास क्यों नहीं करते। अगर वो बिल सही बनाकर भेजेंगे तो गवर्नर जरूर उसे पास करेंगे लेकिन ये लोग कभी ठीक कर उसे नहीं भेजते।
बता दें कि दिल्ली में एमसीडी चुनाव के लिए 27 मार्च से नामांकन शुरू हो गए हैं। नामांकन का आखरी तारीख 3 अप्रैल है। 8 मार्च तक चुनाव से उम्मीदवार अपना नाम वापस ले सकते हैं।
23 अप्रेल को दिल्ली एमसीडी चुनाव में मतदान होगी जबकि वोटों की गिनती 26 अप्रेल को होगी। एनडीएमसी और एसडीएमसी के 272 सीटों पर चुनाव होने है। नगर निगम चुनाव के लिए दिल्ली में कुल मतदाताओं का कुल संख्या 1 करोड़ 32 लाख है।
उम्मीदवारों को चुनाव में 5 लाख 75 हजार रुपये खर्च करने की सीमा तय की गई है। 42 वॉर्ड उत्तर, 45 वार्ड दक्षिण, 27 वार्ड पूर्वी नगर निगम की महिलाओं के लिए आरक्षित होंगे।
दिल्ली में करीब 1 करोड़ 32 लाख वोटर हैं। मतदाताओं के लिए 14 हजार पोलिंग स्टेशन बनाए गए हैं। इस बार EVM मशीनों पर उम्मीदवारों के फोटो भी लगे होंगे। EVM मशीन की पहले चरण की जांच हो चुकी है। आज ही चुनाव आयोग में दिल्ली में संसदीय सचिव के पद नियुक्त आप के 21 विधायकों के खिलाफ लाभ के दोहरे पद पर नियुक्ति के आरोप की सुनवाई पूरी हुई है और आयोग ने फैसला सुरक्षित रख लिया है । माना जा रहा है अब कभी भी इन 21 विधायकों की सदस्यता खत्म हो सकती है । अगर ऐसा हुआ आप सरकार जल्द ही संकट में आ सकती है ।