पेशावर। पाकिस्तान शुक्रवार को दो आतंकी हमलों से दहल उठा। उसके दो शहर पेशावर और मरदान में आतंकी हमलों के दौरान गोलीबारी और बम धमाकों की आवाजें गूंजने लगीं। आतंकी हमले में 18 लोगों की मौत हो गई और 57 से ज्यादा लोग जख्मी हुए हैं। सबसे पहले पेशावर में सुबह करीब 6 बजे हमला हुआ, जहां 4 सुसाइड बांबरों ने वारसाक की क्रिश्चियन कॉलोनी को निशाना बनाया। जवाबी कार्रवाई में सुरक्षा बलों ने 4 आतंकियों को मार गिराया। एक शख्स के मारे जाने और 5 लोगों के जख्मी होने की खबर है। वहीं, मरदान शहर में हुए 2 बम धमाकों में 13 लोगों की मौत हो गई और 52 जख्मी हो गए। दोनों हमलों की जिम्मेदारी आतंकी संगठन जमातुल अहरार ने ली है। पेशावर में सबसे बड़ा आतंकी हमला दिसंबर 2014 में उस समय हुआ था, जब तालिबान आतंकवादियों ने एक आर्मी स्कूल पर हमला कर 150 बच्चों को मार दिया था।
पेशावर में सतर्कता की वजह से बड़ा हमला टल गया। चार सुसाइड बांबरों को मार गिराया गया। पाकिस्तान के डायरेक्टर इंटर-सर्विसेस पब्लिक रिलेशन, आसिम बाजवा ने ट्वीट कर बताया, “सभी सुसाइड बांबर मारे गए हैं। पूरे इलाके में सर्च ऑपरेशन जारी है। फायरिंग क्रिश्चियन कॉलोनी में हुई। हमला करने वाले सभी सुसाइड बांबर थे।” यह कॉलोनी पेशावर के पास (करीब 20 किमी दूर) वारसाक गांव में है और पाकिस्तान व अफगानिस्तान सीमा के नजदीक है। यहां आर्मी का बेस भी है।
जमातुल अहरार आतंकी संगठन तहरीक-ए-तालिबान से अलग होकर बना है। एक न्यूज एजेंसी ने सुरक्षा अधिकारियों के हवाले से लिखा, “हमलावर वारसाक इलाके में मौजूद आर्मी के संस्थानों को निशाना बनाना चाहते थे। लेकिन वहां सुरक्षा कड़ी होने की वजह से ये लोग रिहायशी इलाके में घुस गए।” वारसाक के नजदीक आर्मी के एफसी ट्रेनिंग सेंटर, कैडेट कॉलेज और आर्मी पब्लिक स्कूल हैं। न्यूजपेपर डॉन ने सुरक्षा एजेंसी के हवाले से लिखा, आतंकियों को सबसे पहले एक वॉचमैन ने देखा। उसके बाद कार्रवाई शुरू हुई।
पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक, हमलावर हाथों में गन लिए हुए थे और सुसाइड जैकेट पहने थे। क्रिश्चियन कॉलोनी के गेट पर तैनात निजी सुरक्षा गार्ड और पुलिस ने इन्हें रोकने की कोशिश की, तभी इन्होंने फायरिंग शुरू कर दी। इस बीच, दो आतंकियों ने खुद को उड़ा लिया। वहीं, दो को सुरक्षा बलों ने मार गिराया। पाकिस्तान के एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने पुलिस के हवाले से लिखा कि इस हमले में एक क्रिश्चियन की मौत हो गई है। दो निजी सुरक्षा गार्ड खुद अली और नजीम जख्मी हुए हैं। वहीं, एक पुलिस कॉन्स्टेबल सज्जाद बुरी तरह जख्मी हो गया है। एक प्रत्यक्षदर्शी के हवाले से बताया गया है कि गोलीबारी के बीच धमाकों की आवाजें भी सुनाई दीं।