श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के पंपोर में आतंकियों के खिलाफ करीब तीन दिन से जारी मुठभेड़ खत्म हो गई है। पुलिस के मुताबिक तीनों आतंकवादियों को मार गिराया गया है। मुठभेड़ में सेना के दो कैप्टन और एक जवान और सीआरपीएफ के दो जवान शहीद हो गए। एक नागरिक की भी मौत हुई है। वहीं 10 लोग घायल हुए हैं।
शनिवार को इन आतंकियों ने सीआरपीएफ के काफिले पर हमला किया था जिसमें दो जवान शहीद हो गए थे। हमले के बाद ये आतंकी एंटरप्रेन्योरशिप डेवलपमेंट इंस्टीट्यूट (ईडीआई) की बिल्डिंग में घुस गए थे। इस हमले के पीछे पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन लश्करे तोयबा का हाथ बताया जा रहा है कैप्टन तुषार महाजन, कैप्टन पवन कुमार और लांस नायक ओम प्रकाश आतंकियों के साथ मुठभेड़ में शहीद हो गए। ईडीआई की बिल्डिंग में फंसे 100 से अधिक लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया था लेकिन संस्थान के एक कर्मचारी अब्दुल गनी मीर की गोलीबारी में मौत हो गई।
अधिकारियों ने बताया कि आतंकी पूरी तैयारी के साथ आए थे। उन्होंने लंबे समय तक टिके रहने के मकसद से बिल्डिंग को कंक्रीट बंकर के रूप में इस्तेमाल किया। सेना ने आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई में भारी हथियारों और विस्फोटकों का प्रयोग किया। पिछले छह सालों में ऐसा पहली बार हुआ जब आतंकियों ने श्रीनगर के पास किसी बिल्डिंग पर कब्जा कर लिया और इतनी देर तक सुरक्षा बलों को उलझाए रखा।
ऑपरेशन में मारे गए दो आतंकियों के शव बरामद कर लिए गए हैं, जबकि तीसरे आतंकी की लाश के लिए ईडीआई की इमारत में सर्च ऑपरेशन जारी है। मेजर जनरल अरविंद दत्ता ने बताया कि आतंकी सरहद पार से आए थे। अभी तक उनकी शिनाख्त नहीं हुई है।