नई दिल्ली।
पेट्रोल-डीजल के दाम में लगातार बढ़ोतरी से लोग परेशान हैं। कच्चे तेल की कीमतें बढ़ने से एक लीटर पेट्रोल 81 रुपये से अधिक का हो गया था तो डीजल की भी कीमत 70 रुपये से अधिक हो गई थी। लेकिन अब परेशानी जल्द खत्म होने वाली है। पेट्रोल-डीजल के दाम में कटौती शुरू हो गई है। इसकी कई वजहें बताई जा रही हैं।
पिछले सप्ताह कच्चे तेल की कीमतों में बड़ी गिरावट आने के बाद यह उम्मीद जताई जा रही थी कि इस हफ्ते कंपनियां दाम में भारी कटौती कर सकती हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि इसकी कीमतें 62 डॉलर प्रति बैरल तक आ सकती हैं।
मंगलवार को रविवार के मुकाबले पेट्रोल की कीमत में 28 पैसे प्रति लीटर की कटौती हुई। यह दाम कम होने के बाद मंगलवार को दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 72.94 रुपये, कोलकाता में 75.64 रुपये, मुंबई में 80.81 रुपये और चेन्नई में 75.65 रुपये प्रति लीटर है।
मंगलवार को डीजल का दाम दिल्ली में 63.50 रुपये, कोलकाता में 66.17 रुपये, मुंबई में 67.62 रुपये और चेन्नई में 66.96 रुपये प्रति लीटर हो गया।
सरकार की अपील
मोदी सरकार ने कहा है कि वह सऊदी अरब और अमेरिका से अपील करेगी कि वे कच्चे तेल की कीमतों में कमी करें। ऑयल मिनिस्टर धर्मेंद्र प्रधान ने बताया कि इससे देश में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बड़ी राहत मिलेगी।
भारत सरकार के कहने पर अगर ये दोनों देश कच्चे तेल की कीमतों में राहत देने का फैसला लेते हैं, तो इसका सीधा फायदा आम लोगों को मिलेगा और उनकी जेब पर पेट्रोल व डीजल की कीमतों का काफी कम दबाव पड़ेगा।
कच्चा तेल
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में आ रही तेजी पर ब्रेक लग गया है। कच्चे तेल में लगातार गिरावट देखने को मिल रही है। अगर ऐसा होता है, तो पेट्रोल और डीजल की लगातार आसमान पर पहुंच रही कीमतों पर भी ब्रेक लगेगा। इसके साथ ही महंगाई पर भी लगाम लग सकेगी।
6 फरवरी को मुंबई में जहां एक लीटर पेट्रोल 81.24 रुपये का मिल रहा था वहीं 12 फरवरी को पेट्रोल का दाम 80.87 पर पहुंच गया। देश में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में पिछले कुछ दिनों से गिरावट आनी शुरू हो गई है।
डीजल की बात करें तो 6 फरवरी को एक लीटर डीजल 68.39 के स्तर पर था। सोमवार को इसकी कीमत 67.75 रुपये प्रति लीटर पर आ गई। उम्मीद जताई जा रही है कि आगे भी ये राहत मिलती रहेगी।
सस्ता हुआ ब्रेंट क्रूड
26 दिसंबर से ब्रेंट क्रूड की कीमतें अब तक 10 फीसदी घट चुकी हैं। दुनियाभर में ईंधन की मांग में कमी आ रही है। इससे अब यह आशंका खत्म हो गई है कि तेल की कीमतें बढ़कर 80 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच जाएंगी। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमतें कम होने का असर सस्ते पेट्रोल डीजल के रूप में सबको मिलेगा।