अाेपिनियन पाेस्ट।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कर्नाटक विधानसभा चुनाव के तूफानी दाैरे पर हैं। पार्टी के प्रचार की धार तेज काे करते हुए गुरुवार को उन्हाेंने कांग्रेस पर जमकर हमला बोला। पीएम मोदी ने कुलबर्गी में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार के प्रति गुस्सा कर्नाटक में चारों तरफ दिखाई दे रहा है। कर्नाटक की जनता का संकल्प है कि पांच साल तबाह हो गये, अब एक पल भी कर्नाटक को बर्बाद नहीं होने देना है। पीएम मोदी ने कहा कि इसलिए देश में क्या कारण है कि देश के हर कोने से कांग्रेस पार्टी की छुट्टी हो रही है। कहीं पर नजर दाैडाइये, पिछले चार साल में देश के हर कोने में कांग्रेस पार्टी को पराजय का मुंह देखना पड़ा है।
पीएम मोदी ने कहा कि आजादी के बाद पहली बार देश की जनता को देश व्यापी विकल्प के रूप में भारतीय जनता पार्टी के प्रति एक नया उमंग और विश्वास पैदा हुआ है। यह चुनाव हमारे क्षेत्र में कौन विधायक बने और न बने, कौन हारे-कौन जीते, इस छोटे काम के लिए नहीं है। यह चुनाव कर्नाटक के नौजवानों का भविष्य तय करने के लिए है। यह चुनाव किसानों के लिए है।
उन्होंने कहा कि फील्ड मार्शल करिअप्पा का भी कांग्रेस ने अपमान किया है। सर्जिकल स्ट्राइक के बाद भी कांग्रेस के एक नेता ने जवानों को गुंडा कह दिया। क्या हमारी सेना को, देश की रक्षा के लिए मर मिटने वाले जवानों को कभी कोई गुंडा कहने का पाप कर सकते हैं क्या, क्या कांग्रेस ने अपने नेता को निकाला क्या, जिसने जवानों का अपमान किया। जय जवान जय किसान सेना को ताकत देता है।
उन्होंने कहा कि कुलबर्गी की दाल पूरे भारत में ब्रांड बन गया है। येदियुरप्पा के नेतृत्व में किसानों की सरकार बनेगी और यहां की जनता के दालों का उचित दाम मिलेगा। उन्होंने कहा कि हमने पहले ही घोषणा कर दी है कि न्यूनतम समर्थन मूल्य से डेढ़ गुना देंगे। कांग्रेस ने स्वामिनाथन की रिपोर्ट को आलमीरा में रखने का काम किया, हमने तो निकाल कर उसे लागू किया।
पीएम मोदी ने कहा कि किसानों को समय पर पानी मिल जाए तो मेरा किसान मिट्टी से सोना पैदा कर सकता है। किसानों के खेत सूखे होने के लिए कांग्रेस पार्टी जिम्मेवार है। कांग्रेस ने पाप किया, इसलिए मैं चूपचाप बैठा रहू, यह नहीं कर सकता। सिंचाई के काम में हम लगे हैं और चार हजार करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट का फायदा कलबुर्गी सहित सभी क्षेत्रों को मिलेगा। पीएम मोदी ने कहा कि कर्नाटक मई की गर्मी बर्दाश्त कर सकता है,मगर कांग्रेस की सरकार नहीं।
पीएम मोदी ने कहा कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना जैसी किसानों को सुरक्षा देने वाली योजना कभी नहीं बनी। किसानों को सबसे अधिक फायदा दिलाने का काम हमारी सरकार ने किया। मगर कांग्रेस ने किसानों के साथ अन्याय किया। जहां-जहां बीजेपी की सरकार रहेगी, वहां किसान हमारी हमारी प्राथमिकता में रहेंगे।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस वाले दलित की गीत गा रहे हैं। पिछले चुनाव में खड़गे जी के नाम पर वोट मांगा और खड़गे जी को बाहर कर दिया गया। ये दलितों की बात करने वाली कांग्रेस से मैं पूछना चाहता हूं कि जहां बीजेपी सरकार बनाती है, वहां हम विश्वास जीतते हैं, वहां फूल खिलता है। लेकिन जहां कांग्रेस को जीत मिलती है, वहां सिर्फ परिवार ही फूलते हैं। कोई अंदाज लगा सकता है कि खड़गे जी की संपत्ति कितनी होगी। दलितों पर अत्याचार की जो घटनाएं कर्नाटक में हुई है, यह किसी से छिपी नहीं है।
पीएम ने कहा कि एससी-एसटी को सम्मानपूर्वक जीने के लिए हमने कठोर कानून बनाया है। हम एक ऐसा कानून बनाने की दिशा में है, ताकि समाज में भेदभाव नहीं रहे। हम आदिवासी कल्याण के लिए चुनी गई सरकार है। आदिवासियों ने आजादी में बड़ा योगदान दिया, मगर कांग्रेस ने 70 साल में देश के इतिहास को कुचल दिया। जहां जहां आदिवासियों ने आजादी की जंग में उनके अलग म्यूजियम बनाए जाएंगे और उन्हें सम्मानति किया जाएगा।
इससे पहले पीएम मोदी ने एक मई को कर्नाटक में अपने प्रचार के दूसरे चरण की शुरूआत करते तीन रैलियों को संबोधित किया था। मोदी ने कर्नाटक की राजनीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले जेडीएस की तरफ भी दोस्ती का हाथ बढ़ाया और इसके शीर्ष नेता एवं पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवगौड़ा का ‘अपमान’ करने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को आड़े हाथ लिया। मोदी ने प्रचार के दौरान हिन्दुत्व कार्ड का भी कुशलता से इस्तेमाल करते हुए कहा कि कर्नाटक में कांग्रेस सरकार के शासनकाल के दौरान राजनीतिक हिंसा में दो दर्जन से अधिक भाजपा कायर्कर्ता मारे गये। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘उनका क्या अपराध है? ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि वह आपके विचारों का विरोध कर रहे थे, उन्होंने कर्नाटक के लोगों के लिए आवाज उठायी।’
प्रधानमंत्री ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर भी आज चौतरफा हमला बोला और कर्नाटक की सिद्धरमैया सरकार की उपलब्धियों के बारे में कागज की पुर्जी की मदद के बिना 15 मिनट बोलने की उन्हें चुनौती दी। उन्होंने चामराजनगर जिले के सांतेमरनाहल्ली में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा, ‘मैं कांग्रेस अध्यक्ष को चुनौती देता हूं कि वह हिन्दी, अंग्रेजी या अपनी माताजी की मातृभाषा में पार्टी की सरकार की उपलब्धियों के बारे में कागज पढ़े बिना, 15 मिनट तक बोलें….कर्नाटक के लोग अपना निष्कर्ष खुद निकाल लेंगे।’
मोदी ने यह बात राहुल गांधी द्वारा उन्हें दी गयी उस चुनौती के जवाब में कही, जिसमें उन्होंने कहा था कि यदि उन्हें संसद में भ्रष्टाचार सहित विभिन्न मुद्दों पर बोलने दिया जाए तो प्रधानमंत्री 15 मिनट भी बैठ नहीं पाएंगे।