पीएनबी के महाघोटाले की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है इसकी रकम बढ़ती जा रही है। हीरा कारोबारी नीरव मोदी का 1,322 करोड़ रुपये का एक और फ्रॉड सामने आया है। इसे मिला कर घोटाले की रकम 11,400 करोड़ रुपये से बढ़ कर 12,722 करोड़ रुपये हो गई है। पीएनबी की ओर से सोमवार देर रात स्टॉक एक्सचेंज को नीरव मोदी की ओर से 204 मिलियन डॉलर यानी 1,322 करोड़ रुपये के एक और फ्रॉड के बारे में जानकारी दी गई।
माना जा रहा है कि कुछ और एलओयू (लेटर ऑफ अंडरटेकिंग) का पता चला है जिसके जरिये पैसे निकाले गए हैं। इस बीच आशंका जताई जा रही है कि घोटाले की रकम और बढ़ सकती है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने इस घोटाले के सिलसिले में पीएनबी के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुनील मेहता को समन जारी किया है। ईडी ने बैंक के कार्यकारी निदेशक केवी ब्रह्माजी राव से पूछताछ कर यह समझने का प्रयास किया कि कैसे यह घोटाला पकड़ा गया। साथ ही उनसे बैंकिंग प्रक्रियाओं के बारे में पूछा गया।
मनी लॉन्ड्रिंग रोधक कानून (पीएमएलए) अदालत ने सोमवार को ईडी को नीरव मोदी की संपत्ति के बारे में जानकारी हासिल करने और सीज करने के मामले में 6 देशों को अनुरोध पत्र (एलआर) भेजने की इजाजत दे दी है। ईडी का कहना था कि इस मंजूरी के बाद उसे हॉन्गकॉन्ग, अमेरिका, ब्रिटेन, संयुक्त अरब अमीरात, दक्षिण अफ्रीका और सिंगापुर में अवैध कमाई जब्त करने और दस्तावेज तथा सबूत जुटाने में मदद मिलेगी। गौरतलब है कि जब से मामले का खुलासा हुआ है तभी से ईडी, सीबीआई की कार्रवाई जारी है। ईडी अभी तक 5000 करोड़ रुपये से अधिक की चल-अचल संपत्ति जब्त कर चुका है।