ओपिनियन पोस्ट
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के परिवार के अंदर ही सत्ता हासिल करने का संघर्ष शुरू हो गया है। नवाज के छोटे भाई शाहबाज शरीफ की पत्नी ने गुरुवार को ट्विटर पर नवाज के ही खिलाफ मोर्चा खोल दिया। तहमिना दुर्रानी ने एक ट्वीट कर नवाज की आलोचना की। तहमिना ने लिखा कि नवाज बेहद औसत दर्जे के सलाहकारों की बात सुन रहे हैं और उनका ख्याल रख रहे हैं। तहमिना की यह नाराजगी ऐसे समय में सामने आई है जब नवाज ने शाहबाज को PM बनाने में अपनी अनिच्छा का संकेत दिया है। बुधवार को नवाज ने साफ कहा था कि शाहिद खाकन अब्बासी को प्रधानमंत्री बनाना कोई कामचलाऊ और तात्कालिक कार्रवाई नहीं है। इससे पहले जब पनामागेट मामले में नवाज को दोषी मानते हुए सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें PM पद और सांसद बनने के लिए अयोग्य ठहराया था, तब नवाज ने शाहबाज को अपना स्थायी उत्तराधिकारी बताया था। बुधवार को दिया गया उनका बयान उनके पहले के स्टैंड से बिल्कुल अलग है। बुधवार को रोडशो में इस्लामाबाद से लाहौर के लिए रवाना होने के पहले नवाज ने कहा था, ‘मैं चाहता हूं कि शाहिद खाकन अब्बासी अगले चुनाव तक प्रधानमंत्री बने रहें।’
गुरुवार को तहमिना ने नवाज की जमकर आलोचना की। उन्होंने कहा कि नवाज के रोडशो के कारण काफी अस्त-व्यस्तता रही और इसके कारण ग्रैंड ट्रंक रोड पर लोगों का काम बिल्कुल बंद हो गया। एक के बाद एक कई ट्वीट कर तहमिना ने नवाज पर कई आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि नवाज के रोडशो के कारण आम जनजीवन प्रभावित हुआ। एक ट्वीट में तहमिना ने लिखा, ‘इस रैली के कारण होटलों और दुकानों का जो नुकसान हुआ, उसका हर्जाना कौन भरेगा? सरकार? जी टी रोड पर लोगों की गिनती करने से बेहतर है पाकिस्तान के लोगों के बारे में सोचा जाए।’
नवाज को MNS sb ‘मियां नवाज शरीफ साहब’ के तौर पर संबोधित करते हुए तहमिना ने औसत सलाहकार चुनने के लिए भी पूर्व PM की काफी आलोचना की। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (PML-N) के प्रमुख ने सबसे गंभीर, राजनैतिक तौर पर अनुभवी और बेहतर सहयोगियों की अनदेखी की है। तहमिना का इशारा पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की ओर था। इनमें उनके अपने पति शाहबाज शरीफ भी शामिल हैं। शाहबाज ने नवाज को इस्लामाबाद से लाहौर जाने के लिए रोडशो का आयोजन न करने की सलाह दी थी। PML-N के सूत्रों ने बताया कि नवाज की बेटी मरियम और पत्नी कुलसूम चाहती थीं कि नवाज जी टी रोड से होते हुए लाहौर जाएं और अपनी राजनैतिक विश्वसनीयता वापस कायम करने के लिए लोगों को संबोधित करें। वहीं, शाहबाज और तहमिना इसके खिलाफ थे। एक अन्य ट्वीट में तहमिना ने नवाज के रोडशो को ‘अंडर-19 खेल’ बताते हुए कहा कि नवाज को अपनी असफल मीडिया टीम को बर्खास्त देना चाहिए। मालूम हो कि नवाज की बेटी मरियम उनकी मीडिया टीम संभालती हैं।
बुधवार को ही एक अन्य ट्वीट में तहमिना ने लिखा, ‘अगर मैं मियां नवाज शरीफ साहब को सलाह देती, तो उनसे कहती कि वे पूरे देश को संबोधित करें। न कि अपने वफादार भाई और पंजाब के मुख्यमंत्री शाहबाज शरीफ को इस विरोधाभासी असमंजस की स्थिति में डालें। पंजाब के मुख्यमंत्री को अपनी ही पार्टी द्वारा आयोजित रैली की सुरक्षा करने और उसका साथ देने की जिम्मेदारी से मुक्त कर देना चाहिए था।’ तहमिना ने लिखा कि उनका अतीत बताता है कि वह ‘आजादी’ की बात करती हैं। यह पहला मौका नहीं है जब तहमिना ने इस तरह सार्वजनिक तौर पर नवाज का विरोध किया हो। पिछले साल जब नवाज का नाम पनामा पेपर्स लीक में आया था, तब भी तहमिना ने उन्हें सलाह दी थी कि विदेशों में बेनामी संपत्ति जमा करना गलत है। उन्होंने कहा कि शरीफ परिवार के नाम से इस दाग को मिटाने का एकमात्र तरीका यही है कि नवाद अपनी पूरी संपत्ति देश के नाम कर दें।