राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद बुधवार को अपनी पहली विदेश यात्रा पर रवाना हो गए हैं। यह यात्रा चार दिन की बताई जा रही है जिसमें वह जिबूती और इथोपिया का दौरा करेंगे। राष्ट्रपति के रूप में रामनाथ कोविंद की यह पहली विदेश यात्रा है, इस यात्रा के दौरान आर्थिक सहयोग सहित कई समझौतों पर दस्तखत होने की उम्मीद है।
जिबूती में पहुंचने के बाद शहर में राष्ट्रपति ने भारतीय समुदाय के लोगों को संबोधित भी किया। जिबूती अदन की खाड़ी के बगल में एक अहम जगह पर स्थित होने के कारण रणनीतिक तौर पर अहम देश है। जिबूती भारत के अहम हिंद महासागरीय मित्रों में से है। भारतीय प्रवासी, भारत और दुनिया के बीच ब्रिज का काम करते हैं। हम कहीं भी रहें, हमें अपनी जड़ों को कभी नहीं भूलना चाहिए।
अपने विदेश दौरे से पहले राष्ट्रपति भवन के ट्वीट में कहा गया – ‘‘ राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद चार दिवसीय राजकीय यात्रा पर जिबूती और इथोपिया के लिए रवाना हो गये। राष्ट्रपति के तौर पर यह उनकी पहली विदेश यात्रा है। ’’ राष्ट्रपति का दौरा छह अक्टूबर तक चलेगा, जिबूती के राष्ट्रपति इस्माइल उमर के निमंत्रण पर वह तीन और चार अक्टूबर को वहां का दौरा करेंगे।
कहा जा रहा है कि जिबूती हिंद महासागर का एक महत्वपूर्ण देश है जिसके साथ 2016-17 में भारत का द्विपक्षीय व्यापार 28.4 करोड़ डॉलर था। मल्होत्रा ने कहा कि 45 वर्षों में किसी भारतीय राष्ट्रपति का यह पहला इथोपिया दौरा है। चार से छह अक्टूबर तक कोविंद इथोपिया में रहेंगे, इससे पहले इस देश में राष्ट्रपति के तौर पर वीवी गिरी ने दौरा किया था।