प्रभु कृपा – नहीं बढ़ा रेल किराया-भाड़ा

नई दिल्ली। वर्ष 2016-17 के लिए 25 फरवरी को पेश रेल बजट में यात्री किराए और माल भाड़े में कोई बढ़ोतरी नहीं की गई है। रेलवे ने चार तरह की नई सुपरफास्ट ट्रेनें शुरू करने और वर्ष 2019 तक समर्पित उत्तर-दक्षिण, पूरब-पश्चिम और पूर्वी तटीय माल ढुलाई गलियारा बनाने की घोषणा की। लोकसभा में अपना दूसरा बजट पेश करते हुए रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने रेलवे के किराए भाड़े की दरों को तर्कसंगत बनाने का वादा किया ताकि रेलवे एक आधुनिक परिवहन प्रणाली के रूप में परिवहन के अन्य साधनों से प्रतिस्पर्धा कर सके। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रेल बजट को यात्री केंद्रित बताते हुए इसकी सराहना की।

सुरेश प्रभु बुजुर्गों और महिलाओं के साथ आम यात्रियों को खुश करने में सफल हुए। पर एक बड़ा सवाल जरूर उठ रहा है कि क्या बिना किराया बढ़ाए रेल में बेहतर सुविधाएं और सुरक्षा की गारंटी मिल पाएगी।रेल मंत्री ने बजट पढ़ते हुए कहा कि यह बजट आम नागरिकों की आकांक्षाओं का बजट है। हमें उम्मीद है कि परिचालन अनुपात वर्तमान वर्ष के 90 प्रतिशत की तुलना में 92 प्रतिशत होगा। वित्त वर्ष 2015-16 के बजट में बिजली समेत ईंधन लागत में 8,720 करोड़ रूपये की बचत होगी।
रेल मंत्री ने कहा कि पत्रकारों के लिए रियायती दर पर टिकटों की ई-बुकिंग पेश की गई। यात्रा के दौरान रेल डिब्बों की सफाई की व्यवस्था के लिए अनुरोध किया जा सकेगा। अशक्त लोगों के लिए इस वर्ष 11 ए श्रेणी के स्टेशनों पर विशेष शौचालय बनाये जायेंगे। रेलवे के आरक्षण कोटे में महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण दिया जाएगा। पायलट आधार पर बच्चों के खाने की अलग से व्यवस्था पेश होगी और वरिष्ठ नागरिकों के लिए निचली सीट का कोटा बढ़ाकर 50 प्रतिशत करेगी।
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उन्होंने कहा कि रेलवे माल ढुलाई के क्षेत्र में और अधिक माल ढोने के उपाय करेगी ताकि अतिरिक्त संसाधन अर्जित किए जा सकें। पिछले साल से हटकर रेल मंत्री ने इस बार न तो यात्री किराए में और न ही माल भाड़े की दरों में कोई छेड़छाड़ की। पिछली बार उन्होंने माल भाड़े की दरों में संशोधन किया था। रेल बजट 2016-17 में तीन नई सुपरफास्ट ट्रेनें चलाने की घोषणा की गई है। इनमें हमसफर नाम की गाड़ियां पूरी तरह से वातानुकूलित 3एसी के डिब्बों वाली होंगी जिनमें भोजन का भी विकल्प होगा। वहीं तेजस नाम से चलाई जाने वाली नई गाड़ियां 130 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलेंगी और इनमें मनोरंजन, वाईफाई और स्थानीय व्यंजनों जैसी सेवाएं प्रदान की जाएंगी। इन दोनों ट्रेनों के परिचालन की लागत उनके किराए के साथ साथ दूसरे तरीकों से वसूली जाएगी।
तीसरी प्रकार की ट्रेन उदय नाम से चलाई जाएगी जो दो तला होगी। इसके साथ उत्कृष्ट नाम से वातानुकूलित दो तला गाड़ियां चलाने की घोषणा की गई है। ये दो तला गाड़ियां व्यस्त मार्गों पर चलाने की योजना है।

करीब घंटे भर के रेल बजट भाषण के बाद विपक्षी सदस्य सदन में जहां निराश से दिखे वहीं भाषण की समाप्ति पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपनी सीट से उठकर सुरेश प्रभु की सीट के पास गए और हाथ मिलाकर उन्हें बधाई दी। सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव सहित कई विपक्षी सदस्य भी रेल मंत्री को बधाई देने आए लेकिन अधिकतर सदस्य मायूस ही दिखे। कई विपक्षी सदस्य तो इसे रेल बजट भाषण नहीं बल्कि ‘विजन डाक्यूमेंट’ कहते नजर आए।

2020 के कई सपने दिखाए

रेल मंत्री ने कहा कि सोशल मीडिया के जरिए यात्रियों को सुविधाएं पहुंचाई जाएंगी। अभी यात्री सोशल मीडिया के जरिए जो शिकायत करते हैं उन पर त्वरित कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने कहा कि 2020 तक आम आदमी की ज़रूरतों को पूरा किया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि 400 रेलवे स्टेशनों को वाई-फाई युक्त बनाया जाएगा और इस साल 100 स्टेशनों पर यह सुविधा होगी। 400 स्टेशनों का सार्वजनिक निजी भागीदारी के जरिए आधुनिकीकरण किया जाएगा। साथ ही वित्त वर्ष 2016-17 में रेलवे पूरी तरह से कागज मुक्त अनुबंध व्यवस्था को अपना लेगा।

खूबसूरत होंगे पर्यटन स्थल वाले स्टेशन

इस बजट में अजमेर, अमृतसर, गया, मथुरा, नांदेड, नासिक, पुरी, तिरुपति, वाराणसी, नागपत्तनम और अन्य पर्यटन स्थलों के स्टेशन आकर्षक बनाने की तैयारी कर ली गई है। मुम्बई में दो एलिवेटेड उपनगरीय रेलवे कारिडोर- चर्चगेट-विरार और सीएसटी-पणवेल का निर्माण किया जायेगा। भारत के पहले रेलवे आटो केंद्र का चेन्नई में जल्द ही उद्घाटन किया जायेगा। लाजिस्टिक और वेयरहाउस पार्क का विकास सार्वजनिक निजी साझेदारी के आधार पर होगा।

प्रधानमंत्री ने की तारीफ
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बजट की सराहना करते हुए कहा कि यात्री भाड़े में किसी प्रकार की वृद्धि नहीं करने वाला रेल बजट सभी वर्गों के लिए है। इसमें राष्ट्रीय परिवहन विभाग को पुनर्संगठित करने और उसमें नई जान डालने के लिए एक दृष्टि पेश की गई है। उन्होंने कहा कि इस बजट में हाई स्पीड और सुरक्षा के साथ ट्रेनें उपलब्ध कराने का भी लक्ष्य रखा गया है।

वर्ष 2016-17 के रेल बजट को ‘यात्री केंद्रित’ बताते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि इसमें यात्री भाड़े में कोई वृद्धि नहीं की गई है और यह देश में नई जान डालने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेगा। उन्होंने कहा कि बजट में समाज के सभी वर्गों का ध्यान रखा गया है और यह शानदार है क्योंकि यह ढांचागत विकास के साथ रोजगार सृजित करने वाला बजट है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि इस विकासोन्मुखी बजट से रेलवे का पूरा कायापलट करने के सरकार के प्रयासों को और अधिक गति मिलेगी।

पीएम मोदी ने कहा, रेल बजट पुनर्गठन, ढांचागत विकास और रेलवे में नई जान डालने की दृष्टि पेश करता है, जिसमें नई प्रक्रियाओं, ढांचे, नियमों और राजस्व के स्रोतों को पेश किया गया है। उन्होंने कहा कि बजट में ‘विजन 2020’ रेलवे की क्षमताओं का विस्तार करेगा जिसमें हाई स्पीड ट्रेन, समयबद्धता और सुरक्षा को ध्यान में रखा जाएगा।

आईटी के साथ बजट में निवेश को महत्व दिए जाने को रेखांकित करते हुए मोदी ने कहा, पिछले साल में हमने काफी सफलता देखी और यह बजट इसमें और सुधार का प्रयास है। उन्होंने कहा कि रेल मंत्री सुरेश प्रभु द्वारा अभी तक पेश किए गए रेल बजटों में यात्री सुविधाओं और रेल उन्नयन जैसे दो मंत्रों को अपनाया गया है। उन्होंने साथ ही कहा कि यह बजट रेलवे की समस्याओं को दूर करने में दूरगामी परिणाम देने वाला होगा। उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों द्वारा पेश किए गए रेल बजटों की तुलना में रेलवे को ढाई गुना अधिक निवेश प्राप्त हुआ है। उन्होंने विश्वास जताया कि इस रेल बजट का अर्थव्यवस्था में दूरगामी और सकारात्मक योगदान होगा।

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