नई दिल्ली। मानव रहित रेलवे क्रॉसिंग किस तरह जानलेवा बन रही हैं उसका ताजा उदाहरण उत्तर प्रदेश के वाराणसी के पास भदोही में सोमवार सुबह एक स्कूल वैन के ट्रेन से टकरा जाने से दस बच्चों की मौत के रूप में सामने आया। इस स्कूल वैन में 19 बच्चे सवार थे। बताया जाता है कि हादसा वैन ड्राइवर की लापरवाही से हुआ क्योंकि वह वाहन चलाते समय कान में लीड लगा कर गाना सुन रहा था। भारतीय रेल के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी अनिल सक्सेना ने कहा है कि देश में 30 हजार मानव रहित रेलवे क्रासिंग में 6 हजार 400 बची हैं, जिन्हें तीन से चार वर्षों में समाप्त कर दिया जाएगा। हादसे वाली भदोही की रेलवे क्रॉसिंग संख्या 26 को भी समाप्त करने के लिए सरकार से स्वीकृति मिल चुकी है, जिसके लिए सबवे बनाया जाएगा। उस पर दो करोड़ 40 लाख रुपये की लागत आएगी। उधर, उत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी नीरज शर्मा ने कहा है कि उत्तर रेलवे की विभिन्न लाइनों पर 968 मानव रहित रेलवे क्रॉसिंग हैं, जिन्हें समाप्त किया जाना है।
हादसे में घायल बच्चों को वाराणसी भेज दिया गया है, जहां कई बच्चों की स्थिति गंभीर बनी हुई है। दुर्घटना उस वक्त हुई जब औराई थाना क्षेत्र के कैयरमऊ रेलवे क्रॉसिंग पर मड़ुवाडीह-इलाहाबाद पैसेंजर ट्रेन गुज़र रही थी। वाराणसी मंडल के डीआरएम एसके कश्यप के मुताबिक ट्रेन के गुज़रने के चलते रेल मित्र ने वैन को रोकने की कोशिश की, लेकिन चालक जल्दबाज़ी में था जिससे हादसा हुआ। डीआरएम के मुताबिक पूर्वोत्तर रेलवे ने घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं। रेलवे के तीन वरिष्ठ अधिकारी इसकी जांच करेंगे। घटना से नाराज़ स्थानीय लोगों ने स्कूल वैन में आग लगा दी। भदोही के ज़िलाधिकारी और एसएसपी समेत वरिष्ठ अधिकारी और डीआरएम एसके कश्यप घटनास्थल पर पहुंच गए थे।
बताया जा रहा है कि ड्राइवर घटना के वक्त ईयरफोन पर गाने सुन रहा था। इस वजह से ट्रेन की सीटी उसे सुनाई नहीं दी। घायल बच्चों का कहना है कि ड्राइवर हर रोज ऐसे ही करता था। इसके अलावा टेम्पो में 9-10 बच्चों के बैठने की जगह थी जबकि इसमें 19 बच्चों को बैठाया गया था। एक घायल बच्चे ने कहा, हादसे से कुछ वक्त पहले ही ड्राइवर अंकल ने कहा था, बस एक और गाना खत्म होगा और हम स्कूल पहुंच जाएंगे।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि टेंडर हार्ट स्कूल के छात्र-छात्राओं को ले जा रही एक बस कटका और माधोसिंह रेलवे स्टेशनों के बीच मानवरहित क्रॉसिंग संख्या 26 को पार कर रही थी कि तभी वाराणसी-इलाहाबाद पैसेंजर ट्रेन ने उसे टक्कर मार दी। घायलों को काशी हिंदू विश्वविद्यालय के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वरिष्ठ अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। पुलिस ने मामला दर्ज कर कार्यवाही शुरू कर दी है।