सितार वादक पंडित रविशंकर भारतीय शास्त्रीय संगीत का एक ऐसा चेहरा थे, जिन्हें विश्व संगीत का ‘गॉडफादर’ कहा जाता था। रविशंकर की आज 96वीं जयंती है। 7 अप्रैल 1920 को पंडित जी का जन्म उत्तरप्रदेश के वाराणसी में हुआ । उनका परिवार मूलत: पूर्वी बंगाल के जैस्सोर जिले के नरैल का रहने वाला था, जो अब बांग्लादेश में रहने लगे थे। पंडित रविशंकर भारत के महान संगीतकार थे और भारतीय संगीत को पश्चिम में लोकप्रिय बनाने में उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका अदा की। पश्चिमी देशों में भी वो काफी लोकप्रिय थे। देश-विदेश के तमाम पुरस्कारों के अलावा उन्हें तीन ग्रैमी पुरस्कार भी मिल चुके हैं। भारत में पद्मविभूषण के अलावा संगीत में विशिष्ट योगदान के चलते पंडित रविशंकर को भारत सरकार ने 1999 में भारत रत्न से नवाजा था। इसके अलावा उन्हें मैगसैसे, ग्रैमी अवार्ड सहित देश-विदेश के कई पुरस्कार मिले। साल 1986 से 1992 तक वो राज्य सभा के भी सदस्य रहे।
अठारह साल की उम्र में पंडित जी ने नृत्य छोड़कर सितार सिखना शुरू कर दिया था। सितार के जादू से बँधे पंडित रविशंकर उस्ताद अलाउद्दीन खान से दीक्षा लेने मैहर पहुंचे और खुद को उनकी सेवा में समर्पित कर दिया। साल 1944 में पढ़ाई पूरी करने के बाद पंडित रविशंकर ने संगीतकार के रूप में सत्यजीत रे के ‘अपू ट्रिलॉजी’ तथा रिचर्ड एटनबर्ग के ‘गांधी’ के लिए संगीत दिया। सर्वश्रेष्ठ मौलिक स्वरलिपि के लिए साल 1983 में उन्हें जॉर्ज फेंटन के साथ ऑस्कर से नवाजा गया। साल 1949 से 1956 के बीच उन्होने नई दिल्ली में ऑल इंडिया रेडियो के संगीत निदेशक के रूप में भी काम किया और इसके बाद 1960 के दशक में वायलिन वादक येहुदी मेनुहिन तथा जॉर्ज हैरीसन के साथ भारतीय शास्त्रीय संगीत की शिक्षा तथा प्रस्तुति देकर इसे पश्चिम में लोकप्रिय बनाया।
Pandit Ravi Shankar, the Indian virtuoso who introduced The Beatles to the sitar | via @telegraphtech https://t.co/xdmZPGGHYV
— Opinion Post (@OpinionPost_mag) April 7, 2016
संगीत के अलावा पंडित रविशंकर अपने पारिवारिक जीवन को भी लेकर काफी चर्चा में रहे। उन्होंने दो शादियां कीं। पहली शादी गुरु अलाउद्दीन खान की बेटी अन्नपूर्णा से हुई, लेकिन बाद में उनका तलाक हो गया। उनकी दूसरी शादी सुकन्या से हुई जिससे उनकी एक संतान अनुष्का शंकर है। अनुष्का भी मशहूर संगीतकार और सितार वादक हैं। इसके अलावा पंडित रविशंकर के संबंध एक अमेरिकी महिला सू जोन्स से भी रहा, जिनसे उनकी एक बेटी नोरा जोन्स हुई। हालांकि सू से उन्होंने कभी शादी नहीं की।
पंडित जी का अमेरिका के सेन डियागो के एक अस्पताल में 92 साल की उम्र में निधन हो गया था। लेकिन पंडित जी की दोनों बेटियां अनुष्का शंकर औऱ नोरा जोन्स उनकी संगीत विरासत को आगे बढ़ा रही हैं। सितार वादक पंडित रविशंकर केवल सितार वादक ही नहीं थे, बल्कि संगीत के एक घराने थे जिनके पदचिन्हों पर आज नई पीढ़ी अग्रसर है।