आंध्र प्रदेश के ईस्ट गोदावरी में ट्रांसपोर्ट विभाग के IAS ए मोहन को अाय से अधिक संपत्ति मामले में गिरफ्तार किया गया है। अधिकारी को गिरफ्तार किये जाने के साथ ही उनकी आठ सौ करोड़ रुपये की संपत्ति भी जब्त की गयी है। ए मोहन को गिरफ्तार करने के साथ ही विजयवाड़ा स्थित एसीबी की कोर्ट में पेश किया गया। एसीबी अधिकारियों के मुताबिक अभी कई बैंकों के बारह लॉकर खोले जाने और उनकी तलाशी ली जानी है।
बताया जा रहा है कि एसीबी की छापेमरी के दौरान ट्रांसपोर्ट विभाग के अफसर के यहां से नगद, ज्वैलरी और संपत्तियों के कागजात को मिलाकर करीब 800 करोड़ रुपए की संपत्ति का खुलासा हुआ है। मीडिया रिपोट्स के मुताबिक एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) के अधिकारियों ने गुरुवार सुबह तेलंगाना, आंध्र प्रदेश और कर्नाटक स्थित कुल नौ स्थानों पर स्थित आइएएस अधिकारी ए मोहन के घरों पर छापेमारी शुरू की, जो शुक्रवार को भी जारी रही। छापेमारी विजयवाड़ा, अनंतपुरा, कडपा, बेल्लारी, मेडक, नेल्लोर, प्रकाशम और हैदराबाद के कुछ स्थानों पर की गयी।
एटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) की टीम ने अधिकारी की संपत्तियों को सीज कर दिया है। इस मामले में कार्रवाई जारी है। एसीबी अधिकारियों ने लगातार दूसरे दिन शुक्रवार को छापेमारी कर मोहन के घर से ये संपत्ति जब्त की। बी अधिकारियों का नेतृत्व सेंट्रल इंटेलीजेंस यूनिट से जुड़े डीएसपी ए रामादेवी कर रहे थे। एसीबी को ए मोहन के घर से कीमती जेम्स, हीरे और दूसरे बेशकीमती पत्थर मिले हैं। ए मोहन को विजयवाड़ा में एसीबी कोर्ट में पेश किया गया। अधिकारियों का कहना है कि उसके कई बैंक लॉकरों को अभी खोला जाना बाकी है।
एसीबी अधिकारियों के मुताबिक काले धन को सफेद करने के लिए ए मोहन ने अपनी बेटी तेजश्री के नाम से आठ कंपनियों शुरू की थी। इसके साथ ही अधिकारी ने हाल ही में अपनी कुछ संपत्ति अपने सास-ससुर के नाम की थी। मोहन के घर से कई महंगे रत्न और आभूषण बरामद किये गये हैं।