मुंबई। डॉलर के मुकाबले रुपये में मजबूती आई है। बुधवार को रुपया 16 पैसे मजबूती के साथ 66.36 के स्तर पर खुला है, जो मंगलवार को 4 महीने की ऊंचाई पर बंद हुआ था। डॉलर के मुकाबले रुपया मंगलवार को 30 पैसे की मजबूती के साथ 66.52 के स्तर बंद हुआ था। शुक्रवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 13 पैसे की मजबूती के साथ 66.82 के स्तर पर बंद हुआ था। कारोबारियों ने बताया कि घरेलू शेयर बाजारों में निवेशकों की जमकर लिवाली से रुपये को समर्थन मिला है। इसके अलावा अमेरिका में सितंबर माह में ब्याज दर बढ़ोतरी की संभावना कम होने से डॉलर में आई गिरावट ने भी इसे मजबूती दी है।
रुपये के मजबूत होने से वे लोग खुश हो सकते हैं, जो विदेश की सैर करना पसंद करते हैं। अब हवाई किराये पर पहले के मुकाबले कुछ कम पैसे खर्च करने होंगे। अगर आपके बच्चे विदेश में पढ़ाई कर रहे हैं तो अब आपको पहले के मुकाबले कम पैसे खर्च करने होंगे। डॉलर के कमजोर होने से क्रूड ऑयल सस्ता हो सकता है। भारत जैसे देश के लिहाज से देखा जाए तो क्रूड ऑयल के सस्ता होने से खाने-पीने की वस्तुओं के परिवहन पर खर्च घटेगा और उससे महंगाई के थमने की संभावना बढ़ जाएगी। इसके अलावा डॉलर में भुगतान करने वालों को भी राहत मिलेगी, क्योंकि डॉलर का दाम घट गया है।
रुपये की मजबूती के बारे में कहा जा रहा है कि 25 मई के बाद की यह सबसे बड़ी एक दिनी बढ़त है। तब यह 43 पैसे चढ़कर 67.33 रुपये प्रति डॉलर रहा। यह 03 मई के बाद का इसका उच्चतम स्तर भी है। पिछले कारोबारी दिवस में भारतीय मुद्रा 14 पैसे की मजबूती के साथ 66.82 रुपए प्रति डॉलर रही थी।