निशा शर्मा।
सलमान खान का जितना नाता विवादों से रहा है उतना ही नाता अदालतों से भी रहा है। अभी सलमान खान ने अपनी बरी होने की खबर पर अच्छे से खुशी भी नहीं मनाई होगी कि मामला फिर उठ खड़ा हुआ।
चिंकारा और काला हिरण मामलों के मुख्य गवाह माने जा रहे ड्रायवर हरीष दुलानी के सामने आने और अपने बयान पर कायम रहने की बात के बाद चिंकारा मामले में राजस्थान हाईकोर्ट से बरी हो चुके अभिनेता सलमान खान की मुश्किलें फिर बढ़ा दी हैें।
अभिनेता सलमान खान चारों तरफ से घिरते नजर आ रहे हैं एक ओर मामले का अहम गवाह सामने आ गया है तो दूसरी ओर रेणुका शहाणे की फेसबुक पोस्ट ने अब तक सलमान खान के बरी होने की खबर को लोगों के बीच से जाने ही नहीं दिया है। हिरण मामले में लोगों की राय हो या फिर बॉलीवु़ड की राय। दोनों ही दो धड़ों में बंटी हुई हैं।
ओपिनियन पोस्ट से हुई बातचीत में रेणुका शहाणे कहती हैं कि बात किसी एक शख्स की नहीं है, बात न्याय की है, न्यायपालिका की है, बात सच्चाई की है। आखिर सब जानना चाहते हैं कि केस में कोर्ट ने सबको बरी कर दिया तो फिर हिरण को किसने मारा?
वहीं दूसरी ओर सलमान की मुश्किलों को बढ़ाते हुए नजर आते हैं टाईगर फोर्स के अध्यक्ष रामपाल भवाद बिश्नोई। ओपिनियन पोस्ट से बात करते हुए बिश्नोई कहते हैं कि हाईकोर्ट के फैसले से ह्म संतुष्ट नहीं हैं, हम हाईकोर्ट के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौति जाएंगे।
भवाद और घोड़ा फार्म चिंकारा शिकार मामले में राजस्थान हाईकोर्ट ने जिन आधारों पर सलमान को बरी किया था, उनमें से एक बड़ा आधार ड्राइवर हरीश दुलानी से जिरह नहीं होना था। इसे प्रमुख चश्मदीद गवाह माना गया था, लेकिन शुरूआती बयानों के बाद यह गायब हो गया। हालांकि हाईकोर्ट ने इसके बयानों पर संदेह प्रकट किया था, क्येांकि इसके बयान वन विभाग की कस्टडी में हुए थे।