सीनियर जर्नलिस्ट कुलदीप नैयर नहीं रहे। गुरुवार को 95 साल की उम्र में उनका निधन हो गया। खबरों की मुताबिक, काफी समय से वह बीमार चल रहे थे। और पिछले तीन दिनों से वह दिल्ली के एक अस्पताल में आईसीयू में भर्ती थे।
नैयर के बड़े बेटे सुधीर नैयर ने बताया कि देर रात 12:30 बजे उन्होंने दिल्ली के एक प्राइवेट हॉस्पिटल में आखिरी सांस ली। गुरुवार दोपहर लोधी रोड स्थित श्मशान घाट में उनका अंतिम संस्कार होगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को दिग्गज पत्रकार कुलदीप नैयर के निधन पर शोक जताते हुए कहा कि उन्होंने अपाताकाल के खिलाप दृढ़ता से अपनी आवाज उठाई थी।
बताते चलें कि विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में काम करने वाले कुलदीप नैयर ने राजनीति से लेकर भारत-पाकिस्तान रिश्ते तक में कई चर्चित किताबें लिखी हैं। वह शांति और मानवाधिकारों को लेकर अपने रुख के लिए कारण देश-दुनिया में जाने जाते थे