हैदराबाद। रियो ओलिंपिक में रजत पदक जीतने वाली पीवी सिंधु पर जहां धन की बारिश की गई, वहीं उनसे करार करने के लिए कंपनियां बेकरार हो गई हैं। उनकी ब्रॉन्ड वैल्यू में 10 गुना इजाफा हुआ है। ओलिंपिक में जीत दर्ज करने के महज 9 दिन बाद उनकी ब्रॉन्ड वैल्यू 20 लाख से बढ़कर दो करोड़ रुपये हो गई है। कई कंपनियां एंडोर्समेंट करार के लिए लाइन में हैं। उनकी ब्रान्ड मैनेजमेंट कंपनी अभी जल्दबाजी नहीं करना चाहती है, क्योंकि इसमें इजाफा होने के आसार हैं। सिंधु ने 19 अगस्त को रियो ओलंपिक में रजत पदक जीता था। 92 साल से भारत ओलिंपिक में महिला एथलीट भेज रहा है, लेकिन सिल्वर जीतने वाली वे पहली महिला हैं। बैडमिंटन में पहली बार रजत सिंधु ने ही दिलाया है।
ब्रॉन्ड और बिजनेस स्ट्रेटजी विशेषज्ञ हरीश बिजूर ने कहा- “कई राज्य सरकारों की ओर से इनामी राशि दिए जाने से सिंधु की ब्रॉन्ड वैल्यू अब करीब दो करोड़ रुपये हो चुकी है। रियो ओलिंपिक से पहले उनकी ब्रॉन्ड वैल्यू 20 से 30 लाख रुपये थी, जिसमें अब जबरदस्त इजाफा हुआ है।” तेलंगाना सरकार ने सिंधु को 5 करोड़ रुपये और हैदराबाद में एक प्लॉट दिया है। सिंधु की ब्रॉन्ड मैनेजमेंट कंपनी बेसलाइन वेंचर्स के को-फाउंडर और डायरेक्टर आर. रामकृष्णन ने कहा- “सिंधु ने रियो ओलिंपिक से ठीक पहले कुछ करार किए थे, लेकिन उनका एलान नहीं हुआ था। जल्दी इनके बारे में एलान किया जाएगा। ऐसा ही करार करने के लिए और भी कंपनियां कतार में हैं।”
सिलवर पदक विजेता होने के कारण पीवी सिंधु पर ज्यादा पैसे बरसे। उनके लिए 13.5 करोड़ रुपये से ज्यादा के इनाम का एलान हो चुका है। अगले महीने दो बीएमडब्ल्यू भी मिलेंगी। एक हैदराबाद डिस्ट्रिक्ट बैडमिंटन एसोसिएशन देगा और दूसरी पूर्व क्रिकेटर सचिन तेंडुलकर दे सकते हैं। सिंधु को सबसे ज्यादा 5 करोड़ रुपये तेलंगाना सरकार ने दिए। आंध्र के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने सम्मान समारोह के दौरान ही 3 करोड़ रुपये का चेक दे दिया। सिंधु को दिल्ली, मध्य प्रदेश और हरियाणा सरकार, भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड, बैडमिंटन एसोसिएशन ऑफ इंडिया, खेल मंत्रालय आदि ने भी लाखों रुपये का इनाम देने की घोषणा की है।