ओपिनियन पोस्ट
कहते है मां बाप बच्चों के अच्छे और बुरे में हमेशा साथ रहते है, लेकिन आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में शायद नई पीढ़ी को इसका जरा भी ख्याल नहीं है। गुजरात के राजकोट में पेश आए दिल दहला देने वाले मामले ने सबके होश उड़ा दिए हैं।
गुजरात के राजकोट में मानवता को शर्मसार करने देने वाला मामला सामने आया है। यहां एक प्रोफेसर बेटे ने अपनी मां की छत से फेंककर हत्या कर दी। बताया जा रहा है कि आरोपी प्रोफेसर संदीप की मां टीचर थी और दो महीने से ब्रेन हैमरेज की वजह से बिस्तर पर थी। उसके परिवार में दो बेटियां और बेटा संदीप है। वह संदीप, बहू रचना और पोती के साथ रहती थीं। ऐसा कहा जा रहा है कि सास-बहू में खटपट होती थी। वह चलने फिरने में लाचार थी। मां के देखभाल और इलाज से तंग आकर उसने इस घटना को अंजाम दिया।
कहते है मां बाप बच्चों के अच्छे और बुरे में हमेशा साथ रहते है, लेकिन आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में शायद नई पीढ़ी को इसका जरा भी ख्याल नहीं है। गुजरात के राजकोट में पेश आए दिल दहला देने वाले मामले ने सबके होश उड़ा दिए हैं।
गुजरात के राजकोट में मानवता को शर्मसार करने देने वाला मामला सामने आया है। यहां एक प्रोफेसर बेटे ने अपनी मां की छत से फेंककर हत्या कर दी। बताया जा रहा है कि आरोपी प्रोफेसर संदीप की मां टीचर थी और दो महीने से ब्रेन हैमरेज की वजह से बिस्तर पर थी। उसके परिवार में दो बेटियां और बेटा संदीप है। वह संदीप, बहू रचना और पोती के साथ रहती थीं। ऐसा कहा जा रहा है कि सास-बहू में खटपट होती थी। वह चलने फिरने में लाचार थी। मां के देखभाल और इलाज से तंग आकर उसने इस घटना को अंजाम दिया।
मिली जानकारी के अनुसार, राजकोट के गांधीग्राम के दर्शन एवेन्यू में रहने वाली जयश्रीबेन विनोदभाई नाथवानी की बिल्डिंग की छत से गिरने के बाद मौत हो गई थी। यह घटना करीब दो माह पहले की है। पुलिस ने इस मामले को आत्महत्या मानकर फाइल बंद कर दी थी।
इसके करीब दो माह बाद पुलिस को एक गुमनाम चिट्ठी आई। जिसके आधार पर पुलिस ने फिर जांच शुरु की। जब पुलिस ने सोसायटी के सीसीटीवी खंगाले तो हैरान रह गए। सीसीटीवी फुटेज में आरोपी संदीप अपनी मां को लिफ्ट से छत की ओर ले जाते दिखा।
इसके करीब दो माह बाद पुलिस को एक गुमनाम चिट्ठी आई। जिसके आधार पर पुलिस ने फिर जांच शुरु की। जब पुलिस ने सोसायटी के सीसीटीवी खंगाले तो हैरान रह गए। सीसीटीवी फुटेज में आरोपी संदीप अपनी मां को लिफ्ट से छत की ओर ले जाते दिखा।
पहले तो आरोपी ने पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की, लेकिन जब सख्ती से पूछताछ हुई तो उसने सच उगला। राजकोट के डीसीपी करनराज वाघेला ने बताया कि संदीप पहले गुमराह कर्ता था। पहले उसने बताया कि वह मां को पूजा के लिए लेकर गया था।
इसके बाद जब पुलिस ने पूछा कि मां ने ढाई फुट ऊंची रेलिंग कैसे पार की, तो वह चुप हो गया। जब पुलिस ने सख्ती से पूछा तो उसने मां को छत से फेंकने की बात क़ुबूल कर ली। आरोपी ने बताया कि वह मां की बीमारी और उसकी सेवा में लगे रहने से परेशान था।
इसके बाद जब पुलिस ने पूछा कि मां ने ढाई फुट ऊंची रेलिंग कैसे पार की, तो वह चुप हो गया। जब पुलिस ने सख्ती से पूछा तो उसने मां को छत से फेंकने की बात क़ुबूल कर ली। आरोपी ने बताया कि वह मां की बीमारी और उसकी सेवा में लगे रहने से परेशान था।
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