घरेलू विमानन कंपनी स्पाइसजेट ने भारतीय विमानन क्षेत्र का बड़ा सौदा करते हुए 205 विमान खरीदने की घोषणा की है। अमेरिकी विमान निर्माता कंपनी बोइंग से हुए इस सौदे का मूल्य करीब डेढ़ लाख करोड़ रुपये (22 अरब डॉलर) है। इस सौदे की घोषणा करते हुए स्पाइसजेट के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक अजय सिंह ने कहा कि कंपनी सौदे के वित्त पोषण के लिए विभिन्न विकल्पों पर विचार करेगी। यह सौदा कंपनी की विस्तार नीति का हिस्सा है। हमारा जोर एयरलाइन को एक जवाबदेह और लाभदायक कंपनी के रूप से आगे बढ़ाने पर है।
फिलहाल एयरलाइन के पास अगली पीढ़ी के बी737एस के 32 और 17 बामबार्डियर क्यू400एस विमान हैं। बोइंग के उपाध्यक्ष रे कार्नर ने कहा कि हम 205 विमानों तक की प्रतिबद्धता के लिए स्पाइसजेट के साथ एक दशक से अधिक समय की भागीदारी से सम्मानित महसूस कर रहे हैं। अजय सिंह ने कहा कि नए विमान 20 प्रतिशत कम ईंधन खपत करेंगे और इससे कंपनी को लागत कम करने में मदद मिलेगी तथा प्रतिस्पर्धा क्षमता बढ़ेगी।
पवन हंस की हिस्सेदारी बेचेगी सरकार
इस बीच, विमानन क्षेत्र से एक और खबर मिली है। सरकार ने पवन हंस में रणनीतिक बिक्री को आगे बढ़ाते हुए कहा है कि वह इस हेलीकाप्टर सेवा कंपनी में अपनी सारी 51 फीसदी हिस्सेदारी बेचेगी और प्रबंध नियंत्रण स्थानांतरित करेगी। संयुक्त उद्यम पवन हंस में सार्वजनिक क्षेत्र की ओएनजीसी की 49 फीसदी हिस्सेदारी है। सरकार ने कंपनी में प्रस्तावित निवेश में सौदा सलाहकार के रूप में काम करने की इच्छुक फर्मों से आवेदन मांगे हैं। इस बारे में जारी सार्वजनिक सूचना के अनुसार, भारत सरकार पवन हंस लिमिटेड में अपनी सारी 51 फीसदी हिस्सेदारी बेचना चाहती है। यह बिक्री रणनीतिक निवेश के साथ साथ प्रबंध नियंत्रण के स्थानांतरण के रूप में किया जाएगा। गौरतलब है कि सरकार ने मौजूदा वित्त वर्ष के लिए 56,500 करोड़ रुपये का विनिवेश लक्ष्य रखा है जिसमें से वह अब तक 24,000 करोड़ रपये ही जुटा पाई है।