एशियाई महिला शॉटपुट चैंपियन मनप्रीत कौर डोप टेस्ट में फेल हो गई हैं। इस वजह से इस महीने की शुरुआत में जीता उनका गोल्ड मेडल छिन भी सकता है। भुवनेश्वर में हाल ही में संपन्न एशियाई चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीतने वाली मनप्रीत प्रतिबंधित स्टिम्युलेंट डाइमेथिलबुटिलेमाइन के सेवन की दोषी पाई गई हैं। यह टेस्ट एक से चार जून तक पटियाला में हुई फेडरेशन कप राष्ट्रीय चैंपियनशिप के दौरान राष्ट्रीय डोपिंग निरोधक अधिकारियों ने किया था।
यदि डोपिंग का ‘बी’ नमूना भी पॉजिटिव आता है तो मनप्रीत को गोल्ड मेडल गंवाना पड़ेगा। भारतीय ऐथलेटिक्स महासंघ के एक अधिकारी ने बताया, ‘मनप्रीत को जून में फेडरेशन कप के दौरान हुए टेस्ट में पॉजिटिव पाया गया। हमें नाडा ने मंगलवार रात इसकी सूचना दी।’ मनप्रीत के कोच और पति करमजीत ने संपर्क करने पर कहा, ‘हमें इस बारे में अभी कुछ नहीं बताया गया है।’ चीन में अप्रैल में आयोजित हुए एशियन ग्रैंड प्रिक्स के दौरान मनप्रीत ने 18.86 मीटर की दूरी तक गोला फेंककर गोल्ड जीता था। ये ग्लोबल मीट के क्वालिफाइंग मार्क 17.75 मीटर से भी बेहतर था। भुवनेश्वर में आयोजित हुए एशियन एथलेटिक्स मीट में उन्होंने 18.28 मीटर की दूरी के साथ गोल्ड जीता था।
सूत्रों के अनुसार पहली बार किसी खिलाड़ी को डाइमेथिलबुटिलेमाइन के सेवन का दोषी पाया गया है जो मेथिलहेक्सानामाइन स्टिम्युलेंट जैसा ही है। दिल्ली राष्ट्रमंडल खेल 2010 के दौरान कई खिलाड़ियों को मेथिलहेक्सानामाइन के सेवन का दोषी पाया गया था। मनप्रीत लंदन में अगले महीने होने वाली विश्व चैम्पियनशिप के लिये क्वालीफाई कर चुकी हैं लेकिन अब उसकी भागीदारी खतरे में पड़ गई है। ऐथलेटिक्स संघ के अधिकारी ने कहा कि हमने अभी इसके बारे में नहीं सोचा है लेकिन हम विश्व स्तर पर अपनी किरकिरी नहीं कराना चाहते। अब मनप्रीत को नाडा के अनुशासनात्मक पैनल के सामने सुनवाई के लिए हाजिर होना पड़ेगा। अगर वो अपनी बेगुनाही साबित नहीं कर पाईं तो 6-9 जुलाई तक भुवनेश्वर में हुई एशियाई चैंपियनशिप में जीता गोल्ड मेडल उनसे छिन सकता हैं।
मनप्रीत ने चीन के जिन्हुआ में एशियाई ग्रां प्री में 18.86 मीटर का थ्रो करके विश्व चैम्पियनशिप के लिए क्वालीफाई किया था। मनप्रीत ने अंतर राज्यीय एथलेटिक्स मीट में भी हिस्सा लिया था जो मंगलवार को आंध्र प्रदेश के गुंटूर में संपन्न हुई। उम्मीद के मुताबिक मनप्रीत का प्रदर्शन सबसे प्रभावी रहा लेकिन इस बार 15.65 मीटर की दूरी तक उन्होंने गोला फेंक कर खिताब जीता। 27 वर्षीया मनप्रीत ने 2016 रियो ओलंपिक्स के लिए भी क्वालीफाई किया था लेकिन वो 23वें स्थान पर रही थीं।