इस साल अब तक कुल 922 घटनायें…
प्रमुख वन संरक्षक (रिसर्च) और वनाग्नि के लिये नोडल अफसर बीपी गुप्ता ने बताया कि फरवरी में वनों में आग लगने की शुरुआत होने के बाद से प्रदेश में इस साल अब तक कुल 922 घटनायें हो चुकी हैं और इनमें एक मां-बेटा सहित पांच व्यक्तियों की मृत्यु हो गयी और सात अन्य घायल हो गये। जंगलों में आग लगने की इन घटनाओं में अब तक 1890. 92 हेक्टेअर जंगल तबाह हो चुका है।
सभी जरूरी सूचनाएं वेबसाइट पर अपलोड...
मुख्य सचिव शत्रुघ्न सिंह ने कहा कि आगामी सात दिनों के लिए संभावित फायर पॉइंटस एवं वन क्षेत्र की स्थिति व नाम वन विभाग की वेबसाइट पर वन मुख्यालय में स्थापित सूचना प्रौद्योगिकी एवं जियोइन्फोर्मेटिक्स केन्द्र द्वारा प्रतिदिन अपलोड की जा रही है। उन्होंने कहा कि राज्य में जिलेवार वनाग्नि की दृष्टि से संवेदनशील क्षेत्रों की सूची तथा आगामी 15 दिनों के लिए मौसम के पूर्वानुमान की सभी सूचनायें वन विभाग की वेबसाइट पर उपलब्ध है।