चंडीगढ़ में आईएएस अधिकारी की बेटी वर्णिका कुंडू के साथ छेड़छाड़ मामले पर अब बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी जनहित याचिका दाखिल करेंगे। मीडिया को दिये बयान में सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि वह नशे में धुत दो गुंडों के एक IAS अधिकारी की बेटी का पीछा कर अपहरण करने की कोशिश’ करने के मामले में जनहित याचिका दाखिल करेंगे। पुलिस ने इस मामले में उल्टा ही काम किया है। उन्होंने आरोपियों के खिलाफ जमानती मामले दर्ज किए और उन्हें जाने दिया ।
अपनी ही पार्टी के नेता के बेटे के खिलाफ़ याचिका दाखिल करवाने के पीछे स्वामी ने सुरक्षा का हवाला दिया। स्वामी ने कहा कि यह महिला अधिकारों और महिला सुरक्षा की बात है।
वहीं दूसरी ओर मामले में चंडीगढ़ पुलिस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान चंडीगढ़ एसएसपी ने कहा कि लग रहा है इस केस का मीडिया ट्रायल चल रहा है, साथ ही पुलिस ने ये भी कहा कि पूरे मामले में पुलिस पर कोई दबाव नहीं है।
बता दें कि छेड़खानी और पीछा करने का आरोप हरियाणा बीजेपी अध्यक्ष सुभाष बराला के बेटे पर है।
बताते चलें कि पुलिस की कार्रवाई पर शुरुआत से ही सवाल उठाए जा रहे हैं, आरोपी विकास बराला को मौके से गिरफ्तार कर दिया गया लेकिन बाद में उसे जमानत भी दे दी। आरोपियों के खिलाफ पुलिस ने पहले आईपीसी की धारा 354 डी और मोटर व्हीकल एक्ट की धारा 185 के तहत मामला दर्ज किया था, लेकिन कुछ ही घंटों में मामले में धारा 341, 365 और 511 को जोड़ दिया गया। तीसरी बार सिर्फ धारा 341 को ही जोड़ा गया। इतनी तेजी से धाराओं में बार-बार बदलाव से जब चंडीगढ़ पुलिस पर सवाल उठने लगा तो कहा गया था कि धारा 365 और 511 के लिए कानूनी राय ली जाएगी।