सीरिया में रासायनिक हमले पर सुरक्षा परिषद ने आपात बैठक बुलाई है। दरअसल,, सीरिया में रासायनिक हमले के बाद एक सैन्य हवाई अड्डे पर हमला हुआ है जिसमें 14 लोगों की जान गई है। किसी ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। स्थानीय समाचार एजेंसी सना के अनुसार सोमवार सुबह पहले होम्स के टी-4 एयरबेस पर “कई मिसाइलों” से हमला किया गया। अपनी शुरुआती रिपोर्टों में सना ने अमेरिका को इस हमले के लिए जिम्मेदार बताया लेकिन बाद में अपने इस दावे को वापस ले लिया।
दरअसल शनिवार को हुए रासायनिक हमले के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप और फ्रांस के राष्ट्रपति इमानुएल माक्रों ने एक साझा बयान में एक मजबूत साझी प्रतिक्रिया की बात कही थी। ताजा हमले के बाद अमेरिका और फ्रांस दोनों ने ही साफ किया है कि इसमें उनका हाथ नहीं है।
Many dead, including women and children, in mindless CHEMICAL attack in Syria. Area of atrocity is in lockdown and encircled by Syrian Army, making it completely inaccessible to outside world. President Putin, Russia and Iran are responsible for backing Animal Assad. Big price…
— Donald J. Trump (@realDonaldTrump) April 8, 2018
रविवार को डॉनल्ड ट्रंप ने चेतावनी भरे स्वर में कहा था कि राष्ट्रपति पुतिन, रूस और ईरान, जानवर असद को समर्थन देने के लिए जिम्मेदार हैं। इसकी बड़ी कीमत चुकानी होगी। ठीक एक साल पहले अमेरिका ने सीरिया में किए गए रासायनिक हमले के जवाब में शायरत एयरबेस पर मिसाइल से हमला किया था। शायरत हवाई अड्डा टी-4 से महज 70 किलोमीटर की दूरी पर है।