अभिषेक रंजन सिंह। लालू प्रसाद यादव के बेटे और बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के सुरक्षाकर्मियों ने आज मीडियाकर्मियों के साथ मारपीट की। हैरानी की बात यह है कि जिस वक्त मीडियाकर्मियों से मारपीट की जा रही थी उस वक्त उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव भी वहीं मौजूद थे। वे चुपचाप यह शर्मनाक कृत्य देख रहे थे, लेकिन अपने सुरक्षाकर्मियों को उन्होंने नहीं रोका।
दरअसल, यह घटना उस समय की है जब उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव मंत्रिमंडल की बैठक में शामिल होने के लिए विधानसभा पहुंचे। बैठक खत्म होने के बाद मीडियाकर्मी उनसे सवाल पूछने के लिए उनके आस-पास जमा हो गए। उनकी सुरक्षा में तैनात सुरक्षाकर्मियों को यह पसंद नहीं आया और उन्होंने मीडियाकर्मियों के साथ मारपीट शुरू कर दी। इसे लेकर काफी अफरातफरी मची, लेकिन उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने इस शर्मनाक घटना के बारे में कुछ नहीं बोला।
हालाकि, यह पहला वाकया नहीं है जब तेजस्वी की मौजूदगी में पत्रकारों के साथ गलत बर्ताव हुआ है। कुछ दिनों पहले एक प्रेस वार्ता में राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद की उपस्थिति में भी उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने एक टीवी पत्रकार के सवालों से बिफर पड़े थे। हालांकि, लालू प्रसाद मौके की गंभीरता समझते हुए प्रेस वार्ता के दौरान ही तेजस्वी को डांट लगाई, लेकिन फिर भी उन्होंने पत्रकारों को बुरा-भला कहते रहे।
मीडियाकर्मियों के साथ हुए इस व्यवहार को लेकर विपक्षी दलों ने तेजस्वी यादव पर निशाना साधा है। भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने इस घटना को शर्मनाक बताते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से कार्रवाई करने की मांग की। वहीं राजद के प्रवक्ता मनोज झा ने मीडियाकर्मियों के साथ किए गए गलत बर्ताव की निंदा की, लेकिन उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के बारे में कुछ नहीं कहा।
गौरतलब है कि लालू प्रसाद और उनके परिजनों के ठिकानों पर सीबीआई ने बीते दिनों छापे मारे हैं। इस छापे में लालू प्रसाद, राबड़ी देवी, तेजस्वी यादव और मीसा भारती के खिलाफ कई बेनामी संपत्ति होने का दावा किया गया है। सीबीआई के इस कार्रवाई से लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव खासे परेशान हैं। उनका आरोप है कि केंद्र सरकार के इशारे पर सीबीआई काम कर रही है। इस बाबत जब पत्रकारों से लालू प्रसाद और उनके बेटे तेजस्वी का पत्रकारों से सामना होता है, तब वे कड़वे बोल बोल जाते हैं।