उर्जित पटेल के इस्तीफा देने के बाद रिजर्व बैंक के नए गवर्नर के नाम का ऐलान हो गया है। आर्थिक मामलों के पूर्व सचिव शक्तिकांत दास आरबीआई के नए गवर्नर का पदभार संभालेंगे। इनका कार्यकाल तीन साल का होगा।
नोटबंदी के वक्त शक्तिकांत सरकार का बचाव करते रहे हैं, जबकि रिजर्व बैंक ने तब चुप्पी साध रखी थी। नोटबंदी पर उन्होंने सरकार के रुख का ही समर्थन किया है। दास की दलील थी कि नोटबंदी से कालाधन, नकली नोट दूर करने में मदद मिलेगी।
केंद्रीय आर्थिक मामलों के सचिव के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान, शक्तिकांत दास को काफी शक्तिशाली माना जाता था। पिछले दिनों वो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ जी-20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने ब्यूनस आयर्स भी गए थे। वो जी-20 में भारत के प्रतिनिधि हैं।