इस्तांबुल। तुर्की ने तख्तापलट के संदिग्ध साजिशकर्ताओं के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है। हालांकि वायुसेना के पूर्व प्रमुख ने तख्तापलट के प्रयास की साजिश रचने की बात से इंकार किया है। लगभग 9,000 अधिकारियों को बर्खास्त कर दिया गया है। पश्चिमी देश इस बात की आशंका जाहिर कर रहे हैं कि तख्तापलट के लिए हुए नाटकीय प्रयास के जवाब में मौत की सजा को बहाल कर सकता है। जनरल अकिन ओजतुर्क को जब अदालत में पेश किया गया, तो वह दुबले-पतले दिख रहे थे और उनके कान पर पट्टी बंधी थी। सरकारी समाचार एजेंसी एनादोलू ने अभियोजकों को उनकी ओर से दिए गए बयान के हवाले से कहा, मैं वह व्यक्ति नहीं हूं, जिसने तख्तापलट की योजना बनाई या इसका नेतृत्व किया। इसकी योजना किसने बनाई और किसने इसके लिए निर्देश दिया, मैं नहीं जानता।
तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैययप एरदोगन ने तख्तापलट करने वालों के सफाए का संकल्प लिया है। इन लोगों की ओर से सत्ता हासिल करने की कोशिश में 300 से ज्यादा लोग मारे गए थे। लेकिन कथित साजिशकर्ताओं को अधिकारियों द्वारा पकड़े जाने के बाद अमेरिका, यूरोपीय संघ और संयुक्त राष्ट्र ने रेसेप को अत्यधिक कठोर सजा के खिलाफ आगाह किया है।
अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी ने यूरोपीय संघ के विदेश मंत्रियों के साथ वार्ताओं के बाद संवाददाताओं से कहा, हम तुर्की की सरकार से अपील करते हैं कि वह देश के लोकतांत्रिक संस्थानों के प्रति सम्मान के उच्चतम मानकों को बरकरार रखे। हिरासत में लिए गए कुछ संदिग्धों के इलाज के बाद सामने आई व्यथित कर देने वाली तस्वीरों को देखने के बाद जर्मन चांसलर एंगेला मर्केल के प्रवक्ता ने सड़कों पर सैनिकों से लिए जा रहे बदले और सनक भरे दश्यों की निंदा की है।
समाचार एजेंसी एनादोलु के हवाले से पता चला है कि जनरल अकिन ओजतुर्क और 26 वरिष्ठ अधिकारियों पर देशद्रोह का मुकदमा चलाया गया है और उन्हें सोमवार को अदालत ने हिरासत में भेज दिया। अभियोजकों ने बयान में कहा, “मैं ऐसा शख्स नहीं हूं जो तख्तापलट की योजना बनाऊं।” जनरल ओजतुर्क ने अंकारा में अदालत के समक्ष कहा, “मुझे नहीं पता कि किसने यह योजना बनाई। मेरे अनुभवों के आधार पर मुझे लगता है कि गुलेन ने इस तख्तापलट का प्रयास किया।”
उन्होंने कहा, “लेकिन मैं यह नहीं कह सकता कि सेना के भीतर किसने इसे अंजाम दिया। मेरे पास कोई सूचना नहीं है।” उन्होंने सोमवार शाम को कहा कि गुलेन ने तख्तापलट का प्रयास किया। उन्होंने सरकार से तख्तापलट में उनकी संलिप्तता के साक्ष्य पेश करने का आग्रह किया।