हरियाणा एक बार फिर से सुर्खियों में है, राज्य की दो बेटियों विनेश फोगट और साक्षी मलिक ने रियो ओलंपिक खेलों के लिए क्वालीफाई किया है। आमतौर पर जिस पहलवानी को पुरूषों का खेल माना जाता है उसमें महिलाओं ने बाजी मारी है। राष्ट्रमंडल खेलों की विजेता पहलवान विनेश फोगट और साक्षी मलिक ने शनिवार को ओलंपिक विश्व क्वालीफाइंग टूर्नामेंट में अपने-अपने वर्ग में अच्छा प्रदर्शन कर इसी साल अगस्त में होने वाले ओलंपिक खेलों के लिए क्वालीफाई कर लिया। दोनों ने ही दूसरे और अंतिम ओलंपिक वर्ल्ड क्वालिफाइंग टूर्नामेंट में शानदार प्रर्दशन किया। रियो ओलंपिक के लिए इस दूसरे और अंतिम क्वालिफाइंग टूर्नामेंट में फाइनल में पहुंचने वाली दो पहलवानों को ही ओलंपिक कोटा मिलना था। यह पहली बार होगा जब भारत की दो महिला पहलवान ओलंपिक में उतरेंगी।
विनेश ने 48 किलोग्राम महिला वर्ग में रियो के लिए क्वालीफाई किया है। विनेश जोकि 400 ग्राम ज्यादा वजन के कारण विश्व ओलंपिक क्वालीफाइंग स्पर्धा से बाहर हो गई थीं, पांच अगस्त से 21 अगस्त तक होने वाले ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने वाली पहली महिला हैं।
दूसरे ओलंपिक क्वालीफायर के सेमीफाइनल में विनेश ने इवान डेमिरहान को हराकर रजत पदक के साथ ओलंपिक के लिए भी जगह पक्की की है। फाइनल में स्वर्ण पदक के लिए उनका मुकाबला पोलैंड की इओव्ना निना माटकोव्सका से होगा।
ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने वाली दूसरी भारतीय महिला साक्षी ने चीन की लान झांग को सेमीफाइनल में मात दी. फाइनल में उनका मुकाबला रूस की वालेरिअ कोब्लोवा से होगा।
अब तक प्रदेश के 4 पहलवानों ने रियो का कोटा हासिल किया है। साक्षी और विनेश से पहले सोनीपत के भैंसवाल के योगेश्वर, जींद के डाहौला के हरदीप अपना टिकट पक्का कर चुके हैं। हालांकि कुश्ती में भारत को अब तक 6 कोटा मिल चुका है। महाराष्ट्र के नरसिंह यादव, यूपी के बागपत के संदीप तोमर भी रियो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई कर चुके हैं।