बीएमसी (बृहन मुंबई महनगरपालिका) चुनाव में भाजपा से अलग होकर मैदान में उतरी शिवसेना लगातार भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साध रही है और ऐसे संकेत दे रही है कि महाराष्ट्र की देवेंद्र फड़नवीस सरकार को दिया समर्थन वह वापस भी ले सकती है। इसी कड़ी में शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने नरेंद्र मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि सीना कितने भी इंच का क्यों न हो उसमें दिल होना चाहिए। गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव के दौरान उत्तर प्रदेश के एक चुनावी रैली में गुजरात के विकास का उदाहरण देते हुए नरेंद्र मोदी ने कहा था कि यूपी को गुजरात बनाने के लिए 56 इंच का सीना होना चाहिए। उसके बाद से ही यह जुमला काफी लोकप्रिय है।
एक निजी टीवी न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में उद्धव ठाकरे ने भाजपा की नीतियों पर ऐतराज जताते हुए उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को एक और मौका देने की अपील की। अखिलेश यादव की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि वह अच्छा काम कर रहे हैं। उन्हें एक और मौका जरूर मिलना चाहिए। इतना ही नहीं, शिवसेना प्रमुख ने तो यह तक कह दिया कि उन्हें महाराष्ट्र में मध्यावधि चुनाव नजर आ रहे हैं। उन्होंने कहा, “जिस तरह से केंद्र और राज्य की सरकार लोगों को परेशान कर रही है, मुझे दिखाई दे रहा है कि मध्यावधि चुनाव हो सकते हैं। केंद्र ने नोटबंदी करके लोगों का बुरा हाल कर दिया। कई लोगों की रोजी-रोटी चली गई, कुछ लोग जान तक गंवा बैठे।” ठाकरे ने संकेत दिया कि बीएमसी चुनाव के बाद पार्टी भाजपा से समर्थन वापस ले सकती है। उन्होंने कहा कि एक हफ्ते में बीएमसी चुनाव हो जाएंगे, उसके बाद इस पर फैसला लिया जाएगा। बीएमसी चुनाव 21 फरवरी को होने हैं।
गलत नीतियों को विरोध करेंगे
उद्धव ठाकरे की बातों में पीएम मोदी के प्रति तल्खी साफ दिखी। उन्होंने कहा कि सीना कितने इंच का होता है उससे लेना देना नहीं है, लेकिन सीने में दिल होना चाहिए। उद्धव ने कहा, ‘नरेन्द्र भाई के साथ अच्छा रिश्ता था। व्यक्तिगत रूप में कोई दुश्मन नहीं होता। लेकिन जब आपको लगता है कि नीति देश को बर्बाद करेगी तो आप विरोध करते हैं, उसकी बात अलग होती है। जो सही है सही है जो गलत है वो गलत है। मुंबई के लोगों को पूछिए.. बीजेपी और आपका रिश्ता क्या है? मुंबई में जब भी कोई आपत्ति आती है तो हमारे शिव सैनिक दौड़ कर जाते हैं। कोई बीजेपी वाला जाता है?’
भाजपा के मंच पर गुंडे
उद्धव ने बीजेपी के साथ गठबंधन टूटने के सवाल पर कहा कि पिछले 25 साल से हमारा गठबंधन था। हमारा बीजेपी से गठबंधन नहीं था, विचारधारा के लिए यह रिश्ता कायम हुआ था। बुरे दिन में जो आपके साथ रहा उनको आपने छोड़ दिया। पूरी पीढ़ी बदल गई, एक समय था जब मेरे पिता जी के साथ अटल जी, आडवाणी जी, सुषमा जी जैसे नेता आते थे लेकिन अब उनके (बीजेपी) मंच पर गुंडे दिखाई देते हैं। उद्धव ने कहा ‘जो एक विचारधारा थी वो कहां गई? कॉमन सिविल कोड बनाएंगे, राम मंदिर बनाएंगे, पाकिस्तान को सबक सिखाएंगे.. कब सिखायेंगे? कितने पैसे बिहार को मिले? शिवाजी महाराज का स्मारक बनाएंगे ..टेंडर कहां है? मोदी जी झूठी बातें कब तक करेंगे?’
सर्जिकल स्ट्राइक सही नोटबंदी गलत
उद्धव ने कहा कि सर्जिकल स्ट्राइक के बाद उन्होंने फोन करके पीएम को बधाई दी। वहीं नोटबंदी पर उन्होंने सरकार के कदम की आलोचना करते हुए कहा कि करीब 200 लोग नोटबंदी के दौरान तड़प कर मर गए। बीएसएफ के एक जवान की भी मौत हो गई। उन्होंने कहा, ‘मैं मोदी जी के बारे में कहूं तो लोग कहते हैं आलोचना करता हूं लेकिन स्वयं देवेन्द्र फड़नविस उनको नकार रहे हैं कि बेकार के लोग उन्होंने आस पास रखे हुए हैं। केंद्र में फालतू लोग बैठे हैं। मोदी जी की जो कैबिनेट है उन पर उनका भरोसा नहीं है।’