सबसे ज्यादा यूज किया जाने वाला इंस्टैंट मैसेजिंग एप यानी व्हाट्सएप अब पूरी तरह से सिक्योर हो गया है। कंपनी ने मंगलवार को इस एप के मैसेजेस को सिक्योर करने का ऐलान किया है। कंपनी ने एंड टु एंड एन्क्रिप्शन के जरिये सिक्योरिटी को और प्रभावशाली बनाया है। ऐसे में ये कदम सरकार के लिए एक और चुनौति बनकर सामने आया है। अब तक व्हाट्सएप के मैसेज सुरक्षा एजेंसियों से लेकर हैकर तक कोई भी इंटरसेप्ट कर सकता था, लेकिन अब मैसेज ऐसे कोड में जाएगा कि कोई नहीं पढ़ पाएगा। ऐसे भी मामले आते रहे हैं जिनमें व्हाट्सएप पर मैसेज को हैकर्स ने हैक कर कई खुफिया जानकारियां चुराई हैं। कई बार सरकार और सुरक्षा एजेंसियां भी सुरक्षा मामलों के चलते जरूरत पड़ने पर व्हाट्सएप को ट्रेस करती रही हैं लेकिन एंड टु एंड एन्क्रिप्शन लागू होने के बाद अब व्हाट्सएप के कन्वर्सेशन ना तो कंपनी पढ़ पाएगी और ना ही सरकार। अगर सरकार कंपनी से किसी का व्हाट्सएप कन्वर्सेशन की मांग भी करती है तो उसे भी कन्वर्सेशन नहीं दिया जाएगा ।
व्हाट्सएप के सीईओ का बयान
व्हाट्सएप के सीईओ और को फाउंडर ने एंड टु एंड एन्क्रिप्शन शुरू करते हुए कहा ‘ हम पिछले दो साल से व्हाट्सप के कन्वर्सेशन को ज्यादा सिक्योर बनाने पर काम कर रहे हैं। हमें इस बात का गर्व है कि हम कन्वर्सेशन्स को सिक्योर करने में सफल रहे हैं। अब व्हाट्सएप पर भेजे हुए आपके सभी मैसेज,फोटो,वीडियो,फाइल और वॉयस मैसेज एंड टु एंड एन्क्रिप्टेड हैं’। उन्होंने कहा कि इस सिक्योरिटी के बाद अब साइबर क्रिमिनल्स और हैकर्स भी यूजर्स के व्हाट्सएप मैसेज नहीं पढ़ सकते हैं।
हैकर्स नहीं कर पाएंगे क्रैक
एंड टु एंड के जरिए एन्क्रिप्ट किए गए मैसेज 256 बिट स्ट्रॉन्ग होते हैं, जिसे हैकर्स ब्रुट फोर्स मेथड से भी क्रैक नहीं कर सकते। हालांकि कई बार इन सिक्योरिटी में लूप होल निकल आते हैं जिसका फायदा उठा कर ग्रे हैट हैकर्स इसे क्रैक कर लेते हैं।
क्या है एंड टू एंड एन्क्रिप्शन
इस एन्क्रिप्शन के जरिए सिर्फ सेंडर और रिसीवर ही मैसेज पढ़ सकते हैं, और इसे कोई टेलीकॉम कंपनी ट्रेस नहीं कर सकती। मैसेजिएंग एप टेलीग्राम ऐसे ही एन्क्रिप्शन को यूज करता है।