बिप्लब कुमार देब का जन्म 25 नवंबर 1969 को त्रिपुरा में गोमती जिले के राजधर नगर गांव में एक मध्यमवर्गीय परिवार में हुआ था। उनके पिता हराधन देब जनसंघ के स्थानीय नेता थे। बिप्लब देब ने त्रिपुरा के उदयपुर कॉलेज से 1999 में ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की। इसके बाद वह आगे की पढ़ाई के लिए दिल्ली चले गए। दिल्ली में वह राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ से जुड़े और 16 साल तक संघ के कार्यकर्ता बने रहे। उन्होंने संघ के दिग्गज नेताओं गोविंदाचार्य और कृष्णगोपाल शर्मा के संरक्षण में ट्रेनिंग ली।
त्रिपुरा से 15 साल बाहर रहने के बाद 2014 आम चुनावों में जब बीजेपी को सर्वाधिक छह प्रतिशत वोट मिले तो आरएसएस ने लोकल चेहरे के नाते उनको त्रिपुरा वापस भेजा। उससे पहले 15 साल वह त्रिपुरा से बाहर रहे। वहां त्रिपुरा ट्राइबल एरियाज ऑटोनोमस डिस्ट्रिक्ट कौंसिल चुनावों में बीजेपी की तरफ से प्रचार कर संगठन क्षमता का परिचय दिया। इससे पार्टी को जमीनी आधार मिला और ग्रामीण अंचलों में बीजेपी पहली बार लोकप्रिय हुई। जिसकी वजह से सात जनवरी, 2016 को बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बने और इस बार पूरा चुनाव इन्हीं की अगुआई में लड़ा गया। बिप्लब ने इस बार अगरतला स्थित बनामालीपुर सीट से चुनाव लड़ा। उससे पहले सुधींद्र दासगुप्ता बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष थे। वह त्रिपुरा में सर्वाधिक लंबे समय तक बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष रहे लेकिन उस दौरान पार्टी सूबे की सियासत में कोई खास जगह नहीं बना पाई।