साल भर भारत नहीं लौटेगा जाकिर, सरकार ने कसा शिकंजा

मुंबई। विवादों में घिरे धर्म प्रचारक जाकिर नाईक ने अपने ‘भड़काऊ भाषणों से आतंकवादियों को प्रेरणा देने’ के आरोपों को खारिज कर सफाई पेश की और कहा है कि वह इस साल भारत नहीं लौटेंगे। जाकिर नाइक के विदेश में होने की वजह से जांच एजेंसियों को मामले से जुड़ी सारी जानकारियां नहीं मिल पा रही हैं। उधर, एनजीओ इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन के मुखिया जाकिर नाइक पर सरकार और सख्त हो गई है। गृहमंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक नाइक के एनजीओ में विदेशी फंड को लेकर हो रही जांच का दायरा सरकार ने बढ़ा दिया है। गृहमंत्रालय ने जाकिर नाइक से जुड़ी कंपनियों और उनके इनकम टैक्स रिटर्न की पूरी जानकारी इकट्ठी करने के लिए कहा है। पिछले 10 वर्षों में इनकम टैक्स रिटर्न की जानकारी जुटाई जा रही है। जाकिर नाइक के आईआरएफ को करीब 80 लाख पाउंड का चंदा मिला है। इसमें से भी एक बड़ा हिस्सा पीस टीवी के खाते में ट्रांसफर किया गया है।

गौरतलब है कि हाल में ढाका में हुए आतंकी हमले के बाद से जाकिर नाइक विवादों में हैं। ढाका के हमलावरों के जाकिर नाइक से प्रभावित होने की बात सामने आई थी। विवाद के बीच, सरकार ने केबल ऑपरेटरों से जाकिर नाइक के चैनल ‘पीस टीवी’ का प्रसारण रोकने को कहा था। मुस्लिम धर्मगुरु जाकिर नाइक ने सउदी अरब के मदीना शहर से स्काइप के जरिये प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि बेकसूर लोगों की हत्या इस्लाम में हराम है, लेकिन कमांडर के कहने पर फिदायीन हमला करना जायज है। जब उससे यह पूछा गया कि भारत में पढ़े-लिखे और बड़े पदों पर कितने मुसलमान हैं तो उसके पास कोई जवाब नहीं था। ढाका हमलों के आतंकी उसके भाषण से प्रेशर थे। बांग्लादेश सरकार ने हमले के बाद जाकिर के पीस टीवी चैनल पर रोक लगा दी है। बांग्लादेश और भारत में उसके भाषण की सामग्री की जांच चल रही है।

जाकिर ने कहा, ”मैंने किसी भी आतंकी को प्रेरित नहीं किया। भारत का मीडिया मेरा ट्रायल कर रहा है। मैं फ्रांस में हुए हमले की भी निंदा करता हूं। बेकसूर लोगों पर किसी भी तरह का हमला इस्लाम में हराम है।” खुद को इस्लाम का जानकार बताने वाले जाकिर ने कहा कि जान बचाने के लिए शराब पीना भी जायज है। केरल के आईएसआईएस के सस्पेक्ट्स से मिलने के बारे में उसने कहा, मैं हर महीने हजारों लोगों से मिलता हूं। मैं उन सब से ये नहीं पूछ सकता कि तुम कौन हो, कहां से आए हो और क्या करते हो।

जाकिर ने पीस टीवी के बारे में कहा, ”मैंने लाइसेंस के लिए अप्लाई किया था, लेकिन मुस्लिम होने के कारण मेरे चैनल को सरकार ने लाइसेंस नहीं दिया।” जाकिर से जब भारत में मुसलमानों की संख्या और उनकी स्थिति के बारे में पूछा गया तो उसके पास इसका कोई जवाब नहीं था। बार-बार पूछने पर भी उसे कोई जवाब नहीं सूझा तो उसने रिपोर्टर पर ही मिसबिहेव करने का आरोप लगा दिया। इससे पहले तीन बार जाकिर नाइक की प्रेस कॉन्फ्रेंस कैंसल हो चुकी है। पहले ये बताया गया था कि जाकिर नाइक 11 जुलाई को भारत लौटेगा। 12 जुलाई को मुंबई के ट्राईडेंट होटल में प्रेस कॉन्फ्रेंस करेगा, लेकिन वो कैंसल कर दी गई। फिर कहा गया कि 14 जुलाई की सुबह साढ़े 11 बजे वर्ल्ड ट्रेड सेंटर में प्रेस कॉन्फ्रेंस होगी, लेकिन यह भी नहीं हो पाई। वजह बताई गई कि वर्ल्ड ट्रेड सेंटर ने जगह देने से मना कर दिया है, क्योंकि वहां बिजली की प्रॉब्लम है। फिर एक और प्रेस कॉन्फ्रेंस का एलान किया गया, लेकिन वह भी नहीं हो पाई।

कौन है जाकिर नाइक ?

जाकिर एक मुस्लिम धर्मगुरु,  राइटर और स्पीकर है। उसका जन्म मुंबई में 18 अक्टूबर 1965 को हुआ था। उसने एमबीबीएस किया है। इसके अलावा वह इस्लामिक रिसर्च फांउडेशन या आईआरएस का फाउंडर और प्रेसिडेंट है। जाकिर का फाउंडेशन पीस टीवी चैनल भी चलाता है। दावा है कि इसे दुनियाभर में करीब 100 करोड़ लोग देखते हैं। फेसबुक पर उसके 1 करोड़ 14 लाख फॉलोअर हैं। नाइक पर यूके, कनाडा, मलेशिया समेत 5 देशों में बैन है।

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